SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 378
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ घर 137. जे भिक्खू-1. वीणा-सहाणि वा, 2. विपंचि-सहाणि वा, 3. तूण-सहाणि वा, 4. वव्वीसग-सहाणि वा, 5. वीणाइय-सदाणि वा, 6. तुंबवीणा-सहाणि वा, 7. झोडयसद्दाणि वा, 8. ढंकुण-सद्दाणि वा अण्णयराणि वा तहप्पगाराणि तताणि सद्दाणिक कण्णसोय-वडियाए अभिसंधारेइ अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। घर 138. जे भिक्खू-1. ताल-सहाणि वा, 2. कंसताल-सद्दाणि वा, 3. लित्तिय-सदाणि वा, और 4. गोहिय-सहाणि वा, 5. मकरिय-सद्दाणि वा, 6. कच्छभि-सहाणि वा, 7. महति-पी सदाणि वा, 8. सणालिया-सहाणि वा, 9. वलिया-सहाणि वा अण्णयराणि वा तहप्पगाराणि घणाणि सद्दाणि कण्णसोय-वडियाए अभिसंधारेइ अभिसंधारेंतं वा साइज्जइ। 3 139. जे भिक्खू-1. संख-सहाणि वा, 2. वंस-सहाणि वा, 3. वेणु-सहाणि वा, 4. खरमुही सहाणि वा, 5. परिलिस-सदाणि वा, 6. वेवा-सहाणि वा अण्णयराणि वा तहप्पगाराणि झूसिराणि सद्दाणि कण्णसोय-वडियाए अभिसंधारेइ अभिसंधारेतं वा साइज्जइ। . . 136. जो भिक्षु-1. भेरी के शब्द, 2. पटह के शब्द, 3. मुरज के शब्द, 4. मृदंग के शब्द, 5. नान्दी 8 के शब्द, 6. झालर के शब्द, 7. वल्लरी के शब्द, 8. डमरू के शब्द, 9. मडुय के शब्द, 10. सदुय के शब्द, 11. प्रदेश के शब्द, 12. गोलुकी के शब्द या अन्य भी ऐसे वितत वाद्यों के 11 शब्द सुनने के संकल्प से जाता है अथवा जाने वाले का समर्थन करता है। 137. जो भिक्षु-1. वीणा के शब्द, 2. विपंची के शब्द, 3. तूण के शब्द, 4. वव्वीसग के शब्द, 5. वीणादिक के शब्द, 6. तुम्बबीणा के शब्द, 7. झोटक के शब्द, 8. ढंकुण के शब्द या अन्य भी ऐसे तार वाले वाद्यों के शब्द सुनने के संकल्प से जाता है अथवा जाने वाले का समर्थन करता है। 138. जो भिक्षु-1. ताल के शब्द, 2. कंसताल के शब्द, 3. लत्तिक के शब्द, 4. गोहिक के शब्द, 5. मकर्य के शब्द, 6. कच्छभि के शब्द, 7. महती के शब्द, 8. सनालिका के शब्द, 9. वलीका सबै के शब्द या अन्य भी ऐसे घनवाद्यों के शब्द सुनने के संकल्प से जाता है अथवा जाने वाले का ? समर्थन करता है। 139. जो भिक्षु-1. शंख के शब्द, 2. बांस के शब्द, 3. वेणु के शब्द, 4. खरमुहि के शब्द, 5. परिलिस के शब्द, 6. वेवा के शब्द या अन्य भी ऐसे झुसिरवाद्यों के शब्द सुनने के संकल्प से जाता है अथवा जाने वाले का समर्थन करता है। (उसे लघुचौमासी प्रायश्चित्त आता है।) 136. The ascetic who goes resolving to listen the pipe, Kettledrum, drum, double drum, invocatory drum, cymbals, violin, damroo, madiya, Saduya, Pradesh, Goluki or any other playing instruments or supports the ones who listens so. 137. The ascetic who goes resolving to listen violin, Vipanchi, Tun, Vavvisaja, Vinadika, Tumbura, Jhotaka, dhamkuns and other playing instruments made with string or supports the ones who goes so. निशीथ सूत्र (304) Nishith Sutra
SR No.002486
Book TitleAgam 24 Chhed 01 Nishith Sutra Sthanakavsi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherPadma Prakashan
Publication Year2015
Total Pages452
LanguageHindi, Prakrit, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & agam_nishith
File Size20 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy