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11. The ascetic who wears the garments of a householder or supports the ones who wears the same, a laghu-chaumasi expiation comes to him.
गृहस्थ की निषद्या के उपयोग करने का प्रायश्चित्त
THE ATONEMENT OF USING THE BED OF THE HOUSEHOLDER
12. जे भिक्खू गिहि- णिसेज्जं वाहेइ, वाहेंतं वा साइज्जइ ।
12. जो भिक्षु गृहस्थ के पर्यकादि पर बैठता है अथवा बैठने वाले का समर्थन करता है। (उसे लघुचौमासी प्रायश्चित्त आता है | )
12. The ascetic who sits on the bed of a householder or supports the ones who sits so, a laghu-chaumasi expiation comes to him.
गृहस्थ की चिकित्सा करने का प्रायश्चित्त
THE EXPIATION OF CURING HOUSEHOLDER
13. जे भिक्खू गिहि- तेइच्छं करेइ, करेंतं वा साइज्जइ ।
13. जो भिक्षु गृहस्थ की चिकित्सा करता है या करने वाले का समर्थन करता है। (उसे लघुचौमासी प्रायश्चित्त आता है | )
13. The ascetic who cures the householder or supports the ones who cures so, a laghuchaumasi atonement comes to him.
विवेचन - गृहस्थ को रोग उपशांति के लिए औषध- भेषज बताना या अन्य भी किसी प्रकार की शल्य चिकित्सा आदि करना साधु को नहीं कल्पता है।
Comments-To tell medicines and diagnosis the diseases of a householder or performing operating therapy is inconceivable for anascetic.
पूर्व-कर्म-कृत आहार ग्रहण प्रायश्चित्त
THE ATONEMENT OF ACCEPTING OF POORVA-KARMA KRIT FOOD
14. जे भिक्खू पुरेकम्मकडेण हत्थेण वा, मत्तेण वा, दविएण वा, भायणेण वा असणं वा पाणं वा खाइमं वा साइमं वा पडिग्गाहेइ, पडिग्गाहेंतं वा साइज्जइ ।
14. जो भिक्षु पूर्व- कर्मदोष से युक्त हाथ से, मिट्टी के बर्तन से, कुड़छी से, धातु के बर्तन से अशन, पान, खाद्य या स्वाद्य ग्रहण करता 'अथवा ग्रहण करने वाले का समर्थन करता है । (उसे लघुचौमासी प्रायश्चित्त आता है | )
14. The ascetic who accepts the food, water, sweets and the tasty items from the hands, clay's utensils, spoons and metal pot smeared with Poorva - Karma-fault or supports the ones who accepts so, a lagu-masi expiation comes to him.
उदक-भाजन से आहार ग्रहण- प्रायश्चित्त
THE REPENTANCE OF TAKING FOOD FROM THE UDAKA-POT
15. जे भिक्खू गिहत्थाण वा अण्णउत्थियाण वा सीओदग परिभोगेण हत्थेण वा, मत्तेण वा, दविएण वा, भायणेण वा असणं वा, पाणं वा खाइमं वा, साइमं वा पडिग्गाहेड़, पडिग्गाहेंतं वा साइज्जइ । बारहवाँ उद्देशक
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Twelfth Lesson