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१६. श्री
Spe मूलनायक श्री धर्मनाथजी डेरी के साथ
कानपुर तीर्थ
श्री कानपुर जैन मंदिरजी
मूलनायक श्री धर्मनाथजी
यह तीर्थ महेश्वरी मोहल्ले में बाबु रघुनाथ प्रसादजी द्वारा बनवाया है। मंदिर मीनाकारी वाला जगमगाता है। मंदिर की छत, थम्भे मीनाकारी की कला के अजोड नमूने है। दीवालों में तीर्थ स्थानों, योग के आसनों, नारकी के दुःखों के तादृश चित्र हृदय को झकझोर देते हैं। मंदिर के पास में
मढे हुए प्राचीन कला के दृश्यों का संग्रह स्थान शिलालेख, प्राचीन गौरव की याद कराता है।
मंदिर के सामने जैन धर्मशाला है। यहां से थोडी दूर एक मंदिर है। २९/६४, महेश्वरी मुहाल, कानपुर
श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन भाग
श्री धर्मनाथ प्रभुकी स्तुति
धमर धरम धोरी, करमना पास तोरी; केवल श्री जोरी। जेह चोरे न चोरी; दर्शन मद छोरी, जाय भाग्या सटोरी: नमे सुरनर कोरी, ते बरे सिद्धि गोरी ॥ १ ॥
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