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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग - २
VANAV
१३. श्री घाटकोपर तीर्थ
नवगेज लाइन जैन मंदिरजी- घाटकोपर
OF4
CATEGORA
घाटकोपर वेस्ट मूलनायक श्री मुनिसुव्रत स्वामी
नवरोज लाइन में यह विशाल और भव्य मंदिर है। चार मंजिल का और रमणीय मंदिर है। २४ जिनेश्वर की प्रतिमाएं हैं। भोयरे में भव्य आदिनाथजी की प्रतिमा है। पहली मंजिल पर श्री शंखेश्वरा पार्श्वनाथजी है। दूसरी मंजिल पर श्री मुनिसुव्रत स्वामी है भव्य मेघनाथ मंडप है ४२ आरस के प्रतिमाजी है प्रतिष्ठा सन् १९७१ वि. सं. २०२७ जेठ सुद २ को पू. आ. श्र विजयप्रतापसूरीश्वरजी म. के द्वारा हुई है विशाल उपाश्रय, आयंबिलशाला आदि है। रंगमंडप में कांच में भव्य तीर्थ पट और कल्याणक है। यहां सुधर्मास्वामी, भद्रबाहस्वामी और देवर्धिगणि क्षमाश्रमण की प्रतिमाएं भोयरे में हैं मुंबई नं. ४०००८६ फोन ५१२३२४६
मूलनायक श्री आदिश्वरजी- भोयरे में नवरोज लाइन