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________________ ४. श्री कांदीवली तीर्थ कांदीवली वेस्ट जैन मंदिरजी - पारेखगली कांदीवली वेस्ट - दहाणुकरवाडी मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामी यहां महावीर नगर कमला विहार में यह भव्य मंदिर है । अभी बना है। पू. आ. श्री विजय रामचंद्रसूरीश्वरजी म. के शिष्य रत्न पू. मु. श्री नयवर्धन विजयजी म. के उपदेश से बना है। इस मंदिर की अंजनशलाका प्रतिष्ठा भव्य महोत्सव के साथ पू. आ. श्री विजय जिनेन्द्र सूरीश्वरजी म. आदि तथा पू. मु. श्री नयवर्धन विजयजी म. की निश्रा में सं. २०५२ माहसुदी १३ को हुई है। पू. आ. श्री विजयरामचंद्र सूरीश्वरजी म. की मूर्ति की गुरुमंदिर में प्रतिष्ठा हुई है । कांदीवली ईस्ट में मंदिर है और नयी बस्ती भी बहुत है । मूलनायक श्री मुनिसुव्रत स्वामी - पारेख गली भाग कांदीवली वेस्ट - पारेख गली मूलनायक श्री मुनिसुव्रत स्वामी भूलाभाई देसाई रोड पर पारेख गली में यह चौबीसी शिखरवाला विश्ला भव्य शिखरवाला जिनालय है ६२ प्रतिमाजी है कांदीवली में यह प्रथम भव्य मंदिर बना था । प्रतिष्ठा पू. आ. श्री विजय धर्मसूरीश्वरजी म. के द्वारा सं. २०३६ वैशाख सुद १५ को हुई है। उपाश्रय, आयंबिलशाला आदि की व्यवस्था है । कांदीवली वेस्ट- शंकर गली मूलनायक श्री 'वासुपूज्य 'स्वामी महावीर नगर में यहां घर मंदिर में से भव्य जिनमंदिर बना है। इस मंदिर की प्रतिष्ठा सं. २०४७ मगशिर वदी ५ बुधवार को पू. आ. श्री पद्मसागर सूरीश्वरजी म. के द्वारा हुई है। उपाश्रय, आयंबिलशाला है।
SR No.002431
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year2000
Total Pages328
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size75 MB
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