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________________ श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-२ 6%20%DODOX 5:00:00:00 40.00 ३६. श्री पुना केम्प तीर्थ मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामी ६५७ साचा पीर स्ट्रीट में इस मंदिर को १०० वर्ष से उपर हो गए हैं। उसका शताब्दी महोत्सव खूब धूमधाम से मनाया गया था। यहां यह प्राचीन जैन मंदिर है। पुना सीटी में गोडीजी मंदिर और दूसरे मंदिर रविवार पेठ, गुरुवार पेठ में भव्य है। उसका जीर्णोद्धार कर भव्य मंदिर बनाया है। भवानी पेठ न्युटींबर मार्केट में श्रीमनमोहन पार्श्वनाथजी का भव्य मंदिर है उसकी अंजनशलाका प्रतिष्ठा वि. सं. २०३२ में पू. आ. श्री विजयरामचंद्रसूरीश्वरजी म., पू. आ. श्री विजयमेरुप्रभ सूरीश्वरजी म., पू. आ. श्री विजयमहोदयसूरीश्वरजी म. आदि की निश्रा में भव्य रुप से हुआ है। ___ सतारा रोड पर आदिनाय सोसायटी में भव्य मंदिर है और उसकी अंजनशलाका प्रतिष्ठा पू. आ. श्री विजय प्रेमसूरीश्वरजी म. (पू. आ. श्री भक्ति सू.म.) के पट्टधर के द्वारा हुई है। पास में यरवडा तथा खडकी में अच्छे जिन मंदिर है । पुना जागृत धार्मिक शहर है। दूसरे भी अनेक मंदिर है। मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामी SOD oo श्री '४५५.नी TANTHS IHAR पुना केम्प जैन मंदिरजी पुना केम्प चौमुखजी जैन मंदिरजी 60 (0.0 00000 Joo LOOD
SR No.002431
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year2000
Total Pages328
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size75 MB
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