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________________ मध्य प्रदेश -E- KEEEEEEEEEEEEEECH (AMMA LIVE नागेश्वर जैन मंदिरजी सहस्त्रफणा पार्श्वनाथजी २०. श्री परासली तीर्थ परासली जैन मंदिरजी यह मंदिर परासली गांव में है गांव बहुत छोटा है। १०० व्यक्तियों की बस्ती है। इस प्रतिमा के उपर वि. सं. ६८८ मूलनायक श्री आदिश्वरजी महा सुद १० को शाह गुलराज हंसराज बोहरा ने आ. म. श्री म. की मूर्तियां है। यहां से श्यामगढ़ स्टेशन ११ कि.मी. है। उदयसागरजी म. के द्वारा प्रतिष्ठा करवाने का लिखा है। वह स्टेशन कोटा रतलाम मार्ग पर है स्टेशन के सामने यहां प्रतिमाजी के महिमा के प्रसंग बने हैं। फा.सुदी अष्टमी धर्मशाला है वहां से परासली कच्चा रास्ता है। धर्मशाला, तथा नवमी के दिन मेला भरता है। पास में श्री शांतिनाथजी भोजनशाला की व्यवस्था है। जैन श्वे. परासली तीर्थ पेढ़ी का मंदिर तथा श्री रत्नप्रभ सू. म. तथा श्री जिनकुशल सू. मु. परासली पो. श्यामगढ़ (४५८८८३) जि. मंदसौर 劉醫學會醫學學剧剧學學醫學學學影剧剧/剧
SR No.002431
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year2000
Total Pages328
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size75 MB
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