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श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन : भाग-१
madrama-HANS
श्री महावीर स्वामी चरणपादुका
जनम जयनि
4- बामणवाड़ाजी तीर्थ मूलनायक श्री महावीर स्वामी
१०. वीरवाड़ा तीर्थ
मूलनायक श्री विमलनाथजी
मूलनायक श्री विमलनाथजी स्वामी का बड़ा देरासर है । इस के पहले यहाँ आदीश्वर भगवान मूलनायक थे - जो भमति में है। यह मंदिर संप्रति राजाने बनवाया था । सं १४१० में जीर्णोद्धार हुआ है । जैनों के ५० घर है - पहले २०० घर थे - यह सब पोरवाल जैन है - यह जिनालय बावन जिनालय है । यहाँ का कारोबार विमलनाथ जैन पीढी (ता. पिंडवाडा) हस्तक है । शेषमलजी हजारीमलजी जो यहाँ के ट्रस्टी है । उनकी ओर से माहिती मीली है । बाजुमें पुराना गाँव वासिया था । वहाँ एक संप्रति राजा का देरासर है। महावीर स्वामी मूलनायक है । बहुत खंभे है । सिरोही रोड १० कि.मी. है । सिरोही शहर १४ कि.मी. है । बामणवाड़ाजी १ कि.मी. है । यहाँ धर्मशाला है ।