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________________ ३२२) ૨,સંઘમહેર જ્ઞાન) (GA નકલી એ દેવ Patole प्रति vajah ११. अच्छारी મૂળનાય ક શ્રી ાસ પ થવામીજ मूलनायकजी श्री वासुपूज्य - स्वामी मूलनायक श्री वासुपूज्य स्वामी गाँव में १०० वर्ष पहले का सुविधिनाथजी का घर मंदिर है। जैनों के १५ घर है। वापी से यहाँ पर आ सकते है। जीर्णोद्धार चलता है। १२. दादरा श्री श्वेतांबर जैन तीर्थ दर्शन भाग-9 अच्छारी जैन मंदिर मूलनायकजी श्री शीतलनाथ भगवान यह प्राचीन मंदिर है। इस नूतन जिनालय की प्रतिष्ठा वि. सं. २०२८ को पू. आ. श्री विजय रामचन्द्र सूरिजी म.सा. के वरद हाथों से हुई। दमण निवासी धर्मप्रेमी शेठ श्री सोभागचंद नवलचंद संघवी परिवार मुख्य दाता है। पहले पोर्तुगीज शासन था। वर्तमान में केन्द्र शासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के रूप में जाना जाता है। घर दस है। सेलवास से और वापी से यहाँ आ सकते है।
SR No.002430
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1999
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size114 MB
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