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________________ गुजरात विभाग : १३ - खेड़ा जिला (२७५ १६. आणंद GAUR Featीतपत आणंद जैन मंदिर मूलनायक श्री शान्तिनाथजी मूलनायकजी - श्री शान्तिनाथ भगवान (बदामी वर्ण) स्टेशन रोड़, एस.टी. स्टेन्ड के पास मंदिर है। संप्रति महाराज के समय की दिव्य चमत्कारी प्रतिमाजी है। जीर्णोद्धार करके वि. सं. २००७ वै. सु. ६ को प्रतिष्ठा हुई है। जैनों के १०० घर है। धर्मशाला है। १७. नडीयाद मूलनायकजी - श्री शान्तिनाथ भगवान (बदामी रंग) । एवं प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार करके वि. सं. २०३७ में मूल स्थान पर हीरा कालीदास की खड़की में यह मंदिर है। शिखर बन्द मंदिर निर्मित किये है। संप्रति महाराज के समय की प्रतिमायें हैं। दूसरे दो प्राचीन जैन मंदिर गाँव में है। पटेल जैन धर्म को पालते है - और मंदिर और मिल्कत संभालते हैं। ७०० वर्ष प्राचीन मंदिर है। मूल मंदिर जीर्ण हो जाने से सात में से पांच | बाहर से नौकरी या धन्धा वास्ते आये हुए जैनों के २५० घर है। ५० घर - मंदिरों के प्रतिमाजी यहाँ शान्तिनाथ भगवान के मंदिर में विराजित की हैं। पटेल जैनों के है। खेड़ा ५ कि.मी., आणंद १५ कि.मी. है। MAINA
SR No.002430
Book TitleShwetambar Jain Tirth Darshan Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinendrasuri
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1999
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size114 MB
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