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जहा गंडं पिलागं वा,
जाणगसरीरभविए तव्वजहा गंडं पिलागं वा, (सूत्र.) २३४ जहा से तिमिरविद्धंसे, (उत्त.) ३३२ जा एस सत्तमी सा उ (गणि.) ५ जहा गेहे पलित्तंमि, (उत्त.) ६०४ जहा से नगाण पवरे, (उत्त.) ३३७ जाओ परव्वसेणं संसारे (म.प.) ३७४ जहा चंदं गहाईया, (उत्त.) ९४६ जहा से वासुदेवे, संखचक्क- (उत्त.) ३२९ जाओ हवंति ताओ (विशे.) ६४० जहा जलंताइ(त) कट्ठाई, (आ.नि.)१३१२ जहा से सयंभूरमणे, (उत्त.) ३३८ जा काइ पत्थणाओ कया (म.प.) २५५ जहा ढंका य कंका (सूत्र.) ५२३ जहा से सहस्सक्खे, वज्ज- (उत्त.) ३३१ जा काइ पत्थणाओ कया (महा.) ६५ जहा तुलाए तोलेउं, (उत्त.) ६२३ जहा से सामाइयाणं (उत्त.) ३३४ जा किण्हाइ ठिई खलु (उत्त.) १३२२ जहा दवग्गी पउरिंधणे (उत्त.) ११४८ जहाहि अंधे सह जोतिणावि-(सूत्र.) ५४२ जा गंठी ता पढमं (विशे.) १२०३ जहा दियापोतमपत्तजातं, (सूत्र.) ५८१ जहाऽऽहिअग्गी जलणं (द.वै.) ४०९ जागरंतं मुणिं वीरं (इसि.) ३५।२४ जहा दुक्खं भरेउं (उत्त.) ६२२ जहा हि बद्धं इह माणवेहिं (आ.) १४६ जागरह णरा णिच्चं (इसि.) ३५।२३ जहा दुमस्स पुप्फेसु, (द.वै.) २ जहाहि वित्तं पसवो (सूत्र.) ४९१ जागरह णरा निच्चं (इसि.) ३५।२१ जहा नई वेयरणी, (सूत्र.) २४० जहिं देवा जोइसिया (दे.प.) ८६ जा चेव उ आउठिई, (उत्त.) १५२२ जहा निसंते तवणिच्चमाली, (द.वै.) ४१२ जहिं देवा भवणवई (दे.प.) ३८ जा चेव उ आउठिई, (उत्त.) १५९९ जहा निस्साविणि नावं __(इसि.) २८।२० जहिज्ज सग्गंथ महा- (उत्त.) ७५१ जा जयमाणस्स भवे (पि.नि.)६७१ जहा पोम्मं जले जायं, (उत्त.) ९५६ जहियं तु मासकप्पं (आ.नि.)प्र.७ जा जयमाणस्स भवे विराहणा(ओघ.) ७६० जहा बिरालावसहस्स (उत्त.) ११५० जहेव कुंभाइसु पुव्वलित्ते, (पि.नि.) ३५४ जा जया सहजा जा वा (इसि.) २४.१७ जहा भुयाहि तरिउं, (उत्त.) ६२४ जहेह सीहो व मियं (उत्त.) ४०९ जा जा वच्चइ रयणी, (उत्त.) ४४६ जहा मंघादए नाम, थिमिश्र (सूत्र.) २३५ जाई खेत्ताइं खलु सुहाणु- (सू.नि.) १५२ जा जा वच्चइ रयणी, (उत्त.) ४४७ जहा महातलागस्स, संनिरुद्धे (उत्त.) १०८४ जाई चत्तारि भुज्जाई, (द.वै.) २५५ जा जेण होइ वण्णेण (पि.नि.)४१९ जहा मिए एग अणेगचारी, (उत्त.) ६६५ जाई च वुढेि च इहऽज्ज (आ.) ४ जाणं काएणऽणाउट्टी, (सूत्र.) ५२ जहा य अंडप्पभवा बलागा, (उत्त.) ११४३ जाइं भणिआई सुत्ते ताई (द.नि.) २३ जाणंतठिए ता एउ वसहीए (ओघ.) १८१ जहा य अग्गी अरणीउऽसंतो, (उत्त.) ४४० जाई सरित्तु भयवं सह- (उत्त.) २२९ जाणंतु अजाणतो तहेव (पि.नि.) भा.२२ जहा य किंपागफला (उत्त.) ११५७ जाइमंता इमे रुक्खा , (द.वै.) ३०८ जाणंतु ता इमे समणा, (द.वै.) १९३ जहा य तिण्णि वणिया, (उत्त.) १९१ जाइमयं पडिथद्धा, हिंसगा (उत्त.) ३४५ जाणंतोऽवि य तरिउं (आ.नि.)११४६ जहा य पुढवीथूभे, (सूत्र.) ९ । जाइमरणाओ मुच्चइ, (द.वै.) ४६० जाणं नाणुवउत्तो (विशे.) ४२ जहा य भोई(भोगा) ! तणुयं (उत्त.) ४५६ जाइ सद्धाइ निक्खंतो, (द.वै.) ३९५ जाणइ सयं मईए (आचा.)६४ जहा रुक्खं वणे जायं, (सूत्र.) १९१ जाइ सरो सिंगाओ (विशे.) १७७४ जाणगपुच्छं पुच्छइ अरहा (उ.नि.). ३०५ जहा लाभो तहा लोभो, (उत्त.) २२४ जाइस्सरकहणाओ (विशे.) १८७८ जाणगभविअइरित्तं (आ.नि.) भा.१५३ जहा लाहो तहा लोहो, (उ.नि.) २५६ जाइस्सरो अभयवं अप्प- (आ.नि.)१९३ जाणगभवियसरीरं (उ.नि.) ५४६ जहा वयं धम्ममजाणमाणा, (उत्त.) ४४२ जाईइ पगास निवेयणं (उ.नि.) ३५५ जाणगभवियसरीर तव्व- (उ.नि.) ५५६. जहा विहंगमा पिंगा, (सूत्र.) २३६ जाई कुल गण कम्मे (पि.नि.) ४३७ जाणगभवियसरीरा तव्व- (उ.नि.) ५३३ जहा संखंमि पयं निहियं, (उत्त.) ३२३ जाईकुले विभासा गणो (पि.नि.) ४३८ जाणगभवियसरीरा तव्व- (उ.नि.) ५३७ जहा संगामकालंमि, (सूत्र.) २०४ जाईजरामच्चुभयाभिभूया (उत्त.) ४२६ । जाणगभवियसरीरे तव्व- (उ.नि.) ५०७
जाई दव्वं किरिया (विशे.) १६०१ जाणगभवियसरीरे तव्व- (उ.नि.) ५०९ जहा ससी कोमुइजोगजुत्तो, (द.वै.) ४१३ जाईपराजिओ खलु कासि (उत्त.) ३८८ जाणगभवियसरीरे तव्व- (उ.नि.) ५१३ जहा सागडिओ जाणं, (उत्त.) १४१ जाईपहं अणुपरिवट्टमाणे (सूत्र.) ३८३ जाणगभवियसरीरे तव्व- (उ.नि.) ५३० जहा सा दुमाण पवरा, (उत्त.) ३३५ जाई मोग्गर तह जूहिया (प्रज्ञा.) २७ जाणगभवियसरीरे तव्व- (उ.नि.) ५४९ जहा सा नईण पवरा, (उत्त.) ३३६ जाईसरणे समुप्पण्णे, (उत्त.) ५९० जाणगभवियसरीरे तव्व- (उ.नि.) ५५२ जहा सुणी पूइकण्णी, (उत्त.) ४ जाईसरो अ भयवं (आ.नि.) भा.७१ जाणगभवियसरीरे तव्व- (उ.नि.) ५५४ जहासुयं वइस्सामि (आ.) ४२ जाईसरो न विगओ (विशे.) १६७१ जाणगसरीर भविए (उ.नि.) ६६ जहा से उडुवई चंदे, (उत्त.) ३३३ जा उ अस्साविणी नावा, (उत्त.) ८८४ जाणगसरीरभविए तव्व- (उ.नि.) २३८ जहा से कंबोयाणं (उत्त.) ३२४ जाउलग मील परिली (प्रज्ञा.) २५ जाणगसरीरभविए तव्व- (उ.नि.) २४५ जहा से चाउरते, चक्क- (उत्त.) ३३० जाए दिसाए उ गया भत्तं (ओघ.) २४७ जाणगसरीरभविए तव्व- (उ.नि.) २५१ जहा से तिक्खदाढे, (उत्त.) ३२८ जाए दिसाए गिलाणो ताए (ओघ.) ८४ जाणगसरीरभविए तव्व- (उ.नि.) २६१ जहा से तिक्खिसिंगे, (उत्त.) ३२७ जाए फले समुप्पन्ने, (सूत्र.) २९३ जाणगसरीरभविए तव्व- (उ.नि.) २८१
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