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अमृत द्वार
चित चकमक लागे नाहिं
एक नया द्वार प्रेम गंगा
समुंद समाना बुंद में
सत्य की प्यास शून्य समाधि
व्यस्त जीवन में ईश्वर की खोज
अज्ञात की ओर
धर्म और आनंद जीवन-दर्शन जीवन की खोज
ईश्वर मर गया है
गीता दर्शन भाग-24
| नानक दुखिया सब संसार नये मनुष्य का धर्म धर्म की यात्रा
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स्वयं की सत्ता
और शां
सुख
अनंत की पुकार
अंतरंग वार्ताएं
संबोधि के क्षण
प्रेम नदी के तीरा
सहज मिले अविनाशी उपासना के क्षण