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0 गीता दर्शन भाग-2 0
उससे पूछेगे, तो उसको पीछे पता चलेगा कि मैंने वह कर्म नहीं किया। उसे पता नहीं चलता कि मैने नहीं किया, क्योंकि इतना पता चलना भी सिर्फ अंधों के लिए है। साक्षी-भाव आंख बन जाता है।
इस संबंध में हम सुबह और बात करेंगे। पांच मिनट आप रुकेंगे। संन्यासी पांच मिनट परमात्मा के लिए समर्पण का गीत गाएंगे, नाचेंगे। कोई मित्र उसमें सम्मिलित होना चाहें, उनके साथ सम्मिलित हो जाएं। अन्यथा पांच मिनट बैठे रहें; देखें; और फिर विदा हो जाएं।