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ओशो की वाणी में बसी हुई मधुरिमा, सम्मोहन एक अपूर्व अनुभूति है । ओशो के शब्दों में जीवंतता है, अधिकार है, आत्मविश्वास है, और है निर्भयता । यह सारी सामर्थ्य उनकी अनुभूति से उद्भूत है। ओशो की भाषा अत्यंत सरल, रसमयी, अर्थ को सटीक अभिव्यक्ति देने वाली और हृदयस्पर्शी है।
डा. प्रभा अत्रे