________________
पहला प्रश्न :
पृ
छा
है
एकमात्र साधना - सहजता
'अमृत बोधिधर्म ने।
पहली बात, महावीर और बुद्ध के समय में मनुष्य की चेतना ऐसी नहीं थी कि इतने विराट समन्वय को समझ पाए। आज भी चेतना ऐसी हो गयी है, कहना कठिन है। आज लेकिन पहली किरणें मनुष्य की चेतना में उतर रही हैं। आज जो संभव हुआ है, पच्चीस सौ वर्ष पहले संभव नहीं था। आज मैं तुमसे कह सकता हूं कि बाइबिल वही कहती है जो गीता कहती है । आज मैं तुमसे कह सकता हूं कि बुद्ध
महावीर और गौतम बुद्ध समकालीन थे। आपके प्रवचनों से स्पष्ट हो रहा है कि दोनों बात भी एक ही कहते थे। लेकिन दोनों के शिष्य आपस में विवाद और झगड़े भी करते थे। उनके जाने के बाद उनके अनुयायियों के बीच हिंसा और युद्ध भी हुए। लेकिन यदि महावीर और बुद्ध ने कहा होता कि हम एक ही धर्म की बात करते हैं, भेद सिर्फ पद्धति का है, तो इतनी शत्रुता नहीं बढ़ती और दोनों धर्मों की जो क्षति हुई वह न होती । कृपापूर्वक समझाएं।
221