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Chapter 58
LAZY GOVERNMENT
When the government is lazy and dull, Its people are unspoiled;
When the government is efficient and smart, Its people are discontented.
Disaster is the avenue of fortune,
(And) fortune is the concealment for disaster, Who would be able to know its ultimate results?
(As it is ), there would never be the normal,
But the normal would (immediately) revert to the deceitful, And the good revert to the sinister.
Thus long has mankind gone astray!
Therefore the Sage is square (has firm principles),
But not cutting (sharp-cornered), Has integrity, but does not furt (others), Is straight, but not high-handed, Bright, but not dazzling.
अध्याय 58
आलसी शासन
शासन जब आलसी और सुस्त होता है, तब उसकी प्रजा निष्कलुष होती हैं। जब शासन दक्ष और साफ-सुथरा होता है, तब प्रजा असंतुष्ट रहती हैं। विपत्ति भाग्य के लिए छांहदार रास्ता है, और भाग्य विपत्ति के लिए ओठ हैं।
इसके अंतिम नतीजों को जानने योग्य कौन है?
जैसा यह हुँ, सामान्य कभी भी अस्तित्व में नहीं होगा,
लेकिन सामान्य शीघ्र ही पलट कर छलावा बन जाएगा,
और मंगल पलट कर अमंगल ।
इस हद तक मनुष्य जाति भटक गई हैं!
इसलिए संत ईमानदार या दृढ़ सिद्धांत वाले होते हैं,
लेकिन काट करने वाले या तीखे नोकों वाले नहीं,
उनमें अखंडता, निष्ठा होती हैं, लेकिन वे दूसरों की हानि नहीं करते;
वे सीधे होते हैं, पर निरंकुश नहीं;
दीप्त होते हैं, पर काँध वाले नहीं।
ANMO