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महाराज के सदुपदेश से कैलाशनगर वाले शा. रतनचन्दजी चुन्नीलालजी परिवार की ओर से; जावाल, राजस्थान ।
[५] ११११) पूज्य पंन्यास श्री जिनोत्तम विजयजी
गणि-महाराज के सदुपदेश से शा. समरथमल ताराचन्दजी कपूरचन्दजी की ओर से; जावाल, राजस्थान ।
[६] १०००) पूज्य मुनिराज श्री अरिहन्त विजयजी म.
के सदुपदेश से संघवी श्री रिखबचन्दजी भूरमलजी लुम्बाजी कवरात वाले की ओर से; जावाल, राजस्थान ।
[७] १०००) पूज्य मुनिप्रवर श्री रत्नशेखर विजयजी
म. के सदुपदेश से शा. रिखबदास चिमनाजी की ओर से; पालड़ी (सिरोही) राजस्थान ।
[८] १०००) पूज्य मुनिराज श्री शालिभद्र विजयजी
म. के सदुपदेश से शा. शान्तिलाल छोगमलजी
द्वारा; पालड़ी (थाना वाली) राजस्थान । [६] १०००) पूज्य मुनिराज श्री रविचन्द्र विजयजी