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* जेठ ( आषाढ़ ) वद १४ रविवार दिनांक २-७-८६ के दिन परमपूज्य आचार्य म. सा. आदि प्रातः विहार कर नाडोल पधारे तथा जेठ ( आषाढ़ ) अमावस्या के दिन नारलाई पधारे । वहाँ स्थिरता कर आषाढ़ सुद एकम के दिन सभी जिनमन्दिरों की तथा श्री सिद्धाचलजी तीर्थ की एवं श्री गिरनारजी तीर्थ की यात्रा की ।
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