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________________ श्री संभवनाथ भगवान - जियागंज श्री जियागंज तीर्थ तीर्थाधिराज * श्री सम्भवनाथ भगवान, श्वेत वर्ण, पद्मासनस्थ, लगभग 38 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) । तीर्थ स्थल * जियागंज गाँव में मुख्य मार्ग पर महाजन पट्टी में । प्राचीनता * इस मन्दिर का निर्माण लगभग 150 वर्ष पूर्व हुआ प्रतीत होता है । लेकिन प्रतिमा प्राचीन है । विशिष्टता * बंगाल की पंचतीर्थी का यह भी एक तीर्थ स्थान है। मुर्शीदाबाद से यहाँ भी अनेकों जैन श्रेष्ठीगण आकर बसे थे जिससे यह नगर भी जन धन से सम्पन्न हुआ । उन श्रेष्ठीगणों ने विभिन्न प्रकार के धार्मिक व जन कल्याण के कार्यों में भाग लिया था। अन्य मन्दिर * वर्तमान में इस मन्दिर के अतिरिक्त तीन और मन्दिर व एक दादावाड़ी हैं। कला और सौन्दर्य * मन्दिर की निर्माण शैली व प्रभु-प्रतिमा की कला दर्शनीय है । इसके निकट ही श्री विमलनाथ भगवान के मन्दिर में हाथ के बने प्राचीन चित्र अति ही सुन्दर हैं । मार्ग दर्शन * कलकता से रेल व सड़क मार्ग से जियागंज लगभग 200 कि. मी. दूर है । मन्दिर से जियागंज रेल्वे स्टेशन लगभग 1 कि. मी. है । यहाँ 80
SR No.002330
Book TitleTirth Darshan Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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