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________________ मधुवन में मन्दिर समूहों का अलौकिक दृश्य जिनालय व दिगम्बर तेरापंथी कोठी में नौ जिनालय हैं। दिगम्बर बीसपंथी व तेरापंथी समुदायों की भी अलग- अलग पेढ़ियाँ हैं । कला और सौन्दर्य * पहाड़ पर के प्राकृतिक सौन्दर्य का वर्णन कर चुके हैं । पहाड़ पर से नीचे निहारते हैं तो मधुबन के सारे मन्दिरों की निर्माण शैली व कला अत्यन्त ही मनोरम लगती है । __ मार्ग दर्शन * मधुबन से नजदीक के रेल्वे स्टेशन गिरडिह 25 कि. मी., पार्श्वनाथ स्टेशन लगभग 15 कि. मी. है जहाँ से बस व टेक्सी की सुविधा है। मधुबन धर्मशालाओं तक बस व कार जा सकती है । मधुबन से पहाड़ की यात्रा पैदल करनी पड़ती है । परन्तु डोलियों का भी साधन है । गिरडिह व पार्श्वनाथ में भी स्टेशनों के निकट ही श्वेताम्बर मन्दिर व सुविधायुक्त धर्मशालाएँ हैं । सुविधाएँ * ठहरने के लिये मधुबन में श्वेताम्बर व दिगम्बर धर्मशालाएँ हैं । जिनमें पानी, बर्तन, बिजली व ओढ़ने-बिछाने के वस्त्रों की सुविधा है । श्वेताम्बर व दिगम्बर धर्मशाला में भोजनशाला भी है। पहाड़ पर पूजा-सेवा के लिये पानी की सुविधा है । पेढ़ी * श्री जैन श्वेताम्बर सोसायटी, गाँव : मधुबन, पोस्ट : शिखरजी - 825 329. जिला : गिरडिह, प्रान्त : बिहार, फोन : 06532-32226, 32224 व 32260 श्री भोमियाजी महाराज मन्दिर - मधुबन (सम्मे तशिखर)
SR No.002330
Book TitleTirth Darshan Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
PublisherMahavir Jain Kalyan Sangh Chennai
Publication Year2002
Total Pages248
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size45 MB
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