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श्री धर्मस्थल तीर्थ
तीर्थाधिराज * श्री चन्द्रप्रभ भगवान, पद्मासनस्थ, लाल वर्ण, लगभग 36 सें. मी. (14 इंच) (दि.मन्दिर)।
तीर्थ स्थल * धर्मस्थल गाँव के पास छोटी टेकरी पर, जिसे चन्द्रनाथ स्वामी बसदी कहते हैं ।
प्राचीनता * इसका प्राचीन नाम 'कडमा' था । कन्नड़ भाषा में कुडुमा का अर्थ 'धर्म का स्थल' है। कहा जाता है कि यह मन्दिर लगभग एक हजार वर्ष से भी अधिक प्राचीन है । दानी जैन परिवार के श्री बिरमना हेगड़े और उनकी पत्नी अमूदेवी बालालती के पूर्वजों ने इस मन्दिर का निर्माण करवाया था । हेगड़े परिवार के सदस्य निःस्वार्थ भाव से आज भी इस तीर्थ की देख-रेख करते हैं । वर्तमान धर्माधिकारी श्री वीरेन्द्र हेगड़े हैं ।
विशिष्टता * यहाँ जैन एवं जैनेतर हजारों व्यक्तियों को भोजन एवं ठहरने की सुविधा निःशुल्क दी जाती हैं, जो अत्यन्त प्रशंसनीय है । हर वक्त मेला सा लगा रहता है । हेगड़े परिवार के द्वारा स्थापित धर्मस्थल संस्था अनेक कोलेजों, स्कूलों, अस्पतालों एवं धर्मशालाओं
हर वर्ष पाँच सौ से भी अधिक सामूहिक विवाह, यहाँ इस संस्था के प्रबन्ध से होते हैं । प्रति वर्ष कार्तिक महीने में श्री मंजुनाथ स्वामी के लक्षदीपोत्सव के शुभ अवसर पर सर्वधर्म और साहित्य सम्मेलन होते हैं ।
अन्य मन्दिर * इसके अतिरिक्त हेगड़े भवन में दो जिन मन्दिर हैं । गाँव के निकट की एक पहाड़ी पर श्री बाहुबली भगवान का मन्दिर है । एक मंजुनाथ स्वामी (शिव) देवालय भी हैं ।
कला और सौन्दर्य * प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए धर्मस्थल प्रसिद्ध है । मन्दिर की शिल्पकला और सौन्दर्य दर्शनीय है ।
मार्ग दर्शन * दक्षिण कन्नड़ जिले में बेलतंगाड़ी तालुका में मेंगलूर से 65 कि. मी. व चारमाड़ी से उजीरे होते हुए मूडगिरि-मेंगलूर मार्ग में लगभग 40 कि. मी. है ।
सुविधाएँ * नेत्रावती और वैशाली धर्मशालाएँ है, जहाँ यात्रियों को ठहराया जाता है। ऐसी सर्वसधिायक्त स्वच्छ एवं सुन्दर धर्मशालाएँ बहुत ही कम है । गाँव में और भी अनेकों धर्मशालाएँ हैं, जहाँ पर भोजनशाला की भी सुन्दर व्यवस्था है ।
पेढ़ी * श्री धर्मस्थल संस्था, डॉ. श्री वीरेन्द्र हेगड़े, धर्माधिकारी पोस्ट : धर्मस्थल - 574 216. जिला : दक्षिण केनरा, प्रान्त : कर्नाटक, फोन : 08256-77121, 77141 व 77144.
मंजुनाथ स्वामी) हैं । पुजारी वैष्णव संप्रदाय के हैं । धर्माधिकारी जैन संप्रदाय के हैं । भक्त लोग विविध मत । धर्म के हैं । यह एक सर्वधर्म समन्वय का केन्द्र है ।
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श्री चन्द्रप्रभु मन्दिर (दि.)-धर्मस्थल
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