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अन्य मन्दिर * वर्तमान में इसके अतिरिक्त कोई श्री अमरावती तीर्थ
मन्दिर नहीं हैं ।
कला और सौन्दर्य प्रभु प्रतिमा की कला सुन्दर व तीर्थाधिराज * श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ भगवान, निराले ढंग की है । नदी तट पर स्थित इस तीर्थ का श्याम वर्ण, लगभग 120 सें. मी. (श्वे. मन्दिर) । प्राकृतिक दृश्य दिव्य लोक सा प्रतीत होता है।
तीर्थ स्थल * अमरावती गाँव के बाहर कृष्णा नदी मार्ग दर्शन * यहाँ से नजदीक का रेल्वे स्टेशन के तट पर ।
गुन्टुर 35 कि. मी. है, जहाँ से बस व टेक्सी की प्राचीनता * यहाँ की प्राचीनता का पता लगाना
सुविधा है । यहाँ का बस स्टेण्ड / कि. मी. दूर है, कठिन है । प्रतिमाजी की कलाकृति, जगह का
जहाँ से आटो व साईकिल रिक्शों का साधन वातावरण व आन्ध्र प्रदेश के अन्य तीर्थों की प्राचीनता
उपलब्ध है । मन्दिर तक कार व बस जा देखने मात्र से ही यहाँ की प्राचीनता का अनुमान हो सकती है। जाता है । संभवतः यह स्थान लगभग एक हजार वर्षों सुविधाएँ * मन्दिर के अहाते में ही कुछ कमरे है, से पूर्व का होगा । अन्तिम उद्धार सं. 2031 में हुआ जहाँ पानी व बिजली की सुविधा है । परन्तु फिलहाल था । अभी पुनः जीर्णोद्धार की आवश्यकता है । ठहरने के लिए खास सुविधा नहीं है ।
विशिष्टता * यह प्राचीन तीर्थ कृष्णा नदी के तट पर पेढ़ी * श्री चिन्तामणि पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर शान्त वातावरण में रमणीय स्थान पर होने के कारण मन्दिर पेढ़ी, भक्ति व ध्यान के लिए उपयुक्त है। सामने कलकल पोस्ट : अमरावती - 522 020. जिला : गुन्टुर, बहती कृष्णा नदी की मधुर मन्द आवाज भक्तों की प्रान्त : आन्ध्रप्रदेश, आत्मा को परम शान्ति प्रदान करती है । आन्ध्र प्रदेश फोन : 0863-214834 पी.पी. गुन्टुर । में नदी तट पर बसा प्राचीन तीर्थ यही मात्र है । प्रतिवर्ष पोष कृष्णा दशमी को मेला भरता है ।
मनमोहक दृश्य-अमरावती तीर्थ
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