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परिशिष्ट 1
क्र. कर्ता-संपादक आदि (अन्यनाम, विशेषण, संप्रदाय, संवत् सहित)
K(कृति क्रमांक) P(प्रकाशन क्रमांक)
1096, 1098, 1101, 1147, 1148, 1150, 1156, 1160, 1176, 1177, 1179, 1183, 1204, 1205, 1208, 1223, 1224,1227, 1233, 1234,1240, 1241,1242, 1251, 1252, 1253, 1258, 1260, 1264,1265, 1269, 1270, 1275, 1276, 1280, 1281, 1310, 1313, 1314, 1315, 1324, 1347, 1348, 1353, 1409, 1448, 1450, 1453,1486, 1487, 1490%D155) P (53, 67, 72, 93, 129, 134, 137, 156, 183, 186, 189, 199, 218, 221, 223, 228, 289, 292, 295, 297, 301, 302, 314, 341, 343, 354, 380, 407, 429, 451,477,496,517, 533,534,535,558, 559, 561, 571, 578, 590, 592, 599, 602, 607, 610, 612, 616, 619, 630,631, 643, 645, 648, 653,656, 669, 684, 686, 775, 793, 800, 828,908, 917, 946,982, 984, 1001, 1024,1028, 1031, 1035, 1042, 1051, 1054, 1057, 1083, 1096, 1118, 1130, 1268, 1389, 1390, 1391, 1395, 1396, 1397, 1398, 1399,1400,1401, 1402, 1403,1458,1459, 1460, 1461,1462, 1463, 1467, 1468, 1469, 1470, 1471,1472, 1473, 1474, 1475, 1476, 1485, 1486,1515, 1518, 1519, 1520, 1521, 1522, 1523,1524, 1537, 1538, 1539, 1540, 1541,1572, 1584,1585,1620, 1787%3D131) K(215, 335)
P(1558)
| 311 | दीपविजयजी - कविराज, कविबहादुर {तपा.) [र.सं. वि.1877] | 312 दीपविजयजी - गुरु-राजेन्द्रसूरिजी {त्रिस्तु.} [प्रका.सं. वि.2043] | 313 दुर्लभजी केशवजी खेताणी {जैन स्था.} [प्रका.सं. ई.1973] | 314 | दुलहराजजी मुनि (Dulaharajji Muni) - गुरु-तुलसीजी आचार्य (तेरा.}
[प्रका.सं. वि.2023]
K (958)P (741)
6 (35, 50, 54, 55, 124, 191, 356, 812, 816, 834, 862, 975, 989, 1094, 1152, 1178, 1181%D17) P(70,281,390, 654,658, 688, 1517, 1582%8) K (554,662,684,709,734,757%D6) P(515, 1114, 1456, 1557, 156335)
| 315 | देवकुमार जैन (देवकुमार शास्त्री) {जैन स्था.} [प्रका.सं. वि.2048]
P(1595)
K (153,166)P (168)
K (141,212, 845)
316 | देवगुप्तसूरि - गुरु-रत्नविजयजी {उपकेशगच्छ) [प्रका.सं. वि.2013] | 317 | देवचंद्रजी उपाध्याय - गुरु-कानजीस्वामी (कर्णजितस्वामी)
[प्रका.सं.वि.1999] 318 | देवचंद्रजी उपाध्याय (राजविमलजी - मुनि अव.) -
गुरु-दीपचंद्रजी उपाध्याय (राजहंसजी) आध्यात्मिक कवि (ख.)
| [र.सं. वि.1767#] 319 देवचंद्रसागरसूरि - गुरु-देवेन्द्रसागरसूरिजी (तपा.} [प्रका.सं. वि.2041] 320 | देवदत्त शर्मा पंडित [प्रका.सं. वि.2047]
P(819,907, 1510)
P (1664, 1665, 1669)
321 देवरत्नसागरजी - गुरु-महोदयसागरजी {अचलगच्छ) [प्रका.सं. वि.2058]
P (1721)
322 | देवद्धिगणि क्षमाश्रमण (देववाचकजी, भहियाचार्य) - गुरु-दुषगणि
K(1283, 1284, 1285, 1295)