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81. आगम सज्झाय आदि
वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
| 2041 (2)
222 (B)
2042 (अ.) 116 (D)
2043 (1)
1000 (C)
|2044(2)
178 (D)
2047 (3)
68 (C)
प्रकाशन नाम एवं परिचय
प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि उनका साहित्य (जिनप्रभसूरिजी कृत
महोपाध्याय 45 आगम का (प्रा.) स्तवन आदि)
{दे.ना.} [T, S] {1554} 1779| देवचंद्र पद्य पीयूष {देवचंद्रजी कृत जैन श्वेतांबर खरतरगच्छ |संपा.-सोहनलाल भंसाली आगम आदि आधारित
संघ, दिल्ली, जैन श्वेतांबर स्तवन-सज्झायादि कृतिसंग्रह) खरतरगच्छ संघ-ब्यावर
{दे.ना.} [T] {141, 212, 845} | 1780 पिस्तालीस आगमनी मोटी पूजा अमृत पुण्योदय ज्ञानशाळा संयो.-दानसूरि
(संक्षिप्त विवेचन सह) {45 आगम की रूपविजयजी पं. कृत (गु.) पूजा} {गु.)
[T] {1570} 1781 जिन गुण मंजरी {प्राचीन चैत्यवंदनो, स्वयं चेरीटेबल ट्रस्ट संग्रा.-स्वयंप्रभाश्रीजी, स्तुति, स्तवन, ढाळिया, सज्झायोनो
संपा.-स्वयंप्रभाश्रीजी संग्रह) {गु.} {8, 375, 420, 422, 484, 900, 902, 903, 1035, 1130,
1135, 1513, 1557, 1558) 1782 सज्झाय श्रेणी भाग 3 {गु.} {331, |अंजार तपगच्छ जैन संघ अप्रदर्शित
538, 900, 903, 908, 1135, 1508, आदि
1560) 1783 पिस्तालीस आगमनी मोटी पूजा. तथा श्रुतज्ञान प्रसारक सभा अप्रदर्शित
पिस्तालीस आगमनो संक्षिप्त परिचय. {विजय देवसुर संघ {45 आगम की रूपविजयजी पं. कृत ग्रंथमाला 3}
| (गु.) पूजा} {गु.} [T] {1570} | 1784 सज्झायादि संग्रह {आगमिक आदि सुशीलाबेन शाह संग्रा.,संपा.-नगीनदास सज्झायों का संग्रह) भाग 1-4 {गु.)
केवलदास शाह {8,9,86,142,207, 208, 209, 211, 212, 213, 214,286, 287, 288, 289, 290, 291, 292, 331, 334,374,375,420,421,422, 423,455,456,457,484,538, 541,587,588,590,797,798, 799,892,893,894,897,898, 901,902, 903, 904, 905, 906, 907,908, 1034,1035,1036, 1037,1136,1137,1245,1295, 1334,1374,1375, 1508, 1557, 1558,1560,1561,1563,1565,
15661 1785| सुशील-यशो गुंजन (यशोविजयजी सुशील दिव्य किरण संयो.-दिव्यप्रभाश्रीजी,
महो. आदि विरचित स्तवन-सज्झाय ज्ञानमंदिर तथा आराधना | किरणोदयाश्रीजी आदि-सार्थ (गु.)} {गु.} [T]
(1560, 1564} 1786 सिद्ध स्तुति और नंदी स्तुति {दे.ना.}
अखिल भारतीय सुधर्म जैन संग्रा.-रतनलाल डोशी
संस्कृति रक्षक संघ (रत्न [T] {1295}
14)
2047 (1)
1532+682+ 724...%2594 (C)
2049 (1)
320 (D)
भुवन
2054 (5)
92 (D)