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________________ आगम प्रकाशन परिचय 261 वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) 2062(1) 232 (D) 20622066(5) 400+384+ 420...-3080 (C) 20502065 (3) प्रकाशन नाम एवं परिचय प्रकाशक (ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि विचार, खंडाजोयण, 4 ध्यान, नारकी, देव, भाषा पद, 10 पच्चक्खाण आदि विविध विषयक (गु.) थोकसंग्रह-101 स्थाननिर्देशयुक्त} {गु.} [T] {#} 1606 जैन सिद्धान्त थोक संग्रह (भग.सूत्र, अखिल भारतीय सुधर्मसंग्रा.-प्रेमचंदजी कोठारी प्रज्ञा.सूत्र और कर्मग्रंथ आदि जैन संस्कृति रक्षक संघ आधारित 47 बोल की बंधी, {रत्न 128} समवसरण, कर्मप्रकृति के अबाधाकाल, कर्मबंधादि के 800 बोल, सत्ताधिकार 62 मार्गणा आदि विविध विषयक (हिं.) थोकसंग्रह-20} भाग 4 {दे.ना.} [T] {2} 1607 जैन सिद्धांत बोल संग्रह {सम.सूत्र जैसी अगरचंद भैरोंदान सेठिया संग्रा.-भैरोंदानजी सेठिया संख्यात्मक वर्गीकरणशैली से 1012 जैन पारमार्थिक संस्था मुख्य विषयों का रोशनलाल जैन, {पुष्प 94} इन्द्रचंद्र शास्त्री डॉ. आदि कृत (हिं.) थोकसंग्रह स्थाननिर्देशयुक्त (बोल-57→थोकडा-1012)} भाग 1-8 {दे.ना.} {1523) 1608| पन्नवणा सूत्र स्तोक मंजूषा (प्रज्ञा.सूत्र | अगरचंद भेरोदान सठिया | अप्रदाशत का रोशनलालजी चपलोत पं. कृत (हिं.) जैन पारमार्थिक संस्था थोकसंग्रह) भाग 1-3 {दे.ना.} [T] {पुष्प 121) {608} 1609 जैन सिद्धान्त थोकसंग्रह (भगवतीसूत्र) अखिल भारतीय सुधर्म संपा.-नेमिचंदजी बांठिया (#) (भग.सूत्र आधारित वीरपुत्रजी मुनि जैन संस्कृति रक्षक संघ कृत (हिं.) थोकसंग्रह) भाग-5, 6,7 {रत्न 134) {दे.ना.} [T] {274} 1610 जैन सिद्धान्त थोक संग्रह अखिल भारतीय सुधर्म संग्रा.-धींगडमलजी गिडीया (संयुक्तावृत्ति) {प्रज्ञा.सूत्र, भग.सूत्र, जैन संस्कृति रक्षक संघ उत्त.सूत्र आदि आधारित सिद्ध के 8 | {रत्न 42) गुण, योनि, 25 क्रिया, लघुदंडक, गति-आगति आदि विविध विषयक (हिं.) थोकसंग्रह 60+9) भाग 1-2 {दे.ना.} [T] {#} 1611 जैन स्तोक मंजूषा {जैन स्तोक मंजूषा अखिल भारतवर्षीय अप्रदर्शित अंतर्गत भग.सूत्र, प्रज्ञा.सूत्र आदि साधुमार्गी जैन संघ, आधारित (हिं.) थोकडाओं का संग्रह) बीकानेर भाग 1-10 {दे.ना.} [T] {#) 1612 आगम स्तोक मंजूषा (पन्नवणा पद 21 अखिल भारतवर्षीय अप्रदर्शित से 36 तक) {प्रज्ञा.सूत्र आधारित साधुमार्गी जैन संघ, रोशनलालजी चपलोत पं. कृत (हिं.) बीकानेर थोकसंग्रह) भाग 3 {दे.ना.} [T] {608) 1613 आगम स्तोक मंजूषा (भगवतीसूत्र अखिल भारत वर्षीय अप्रदर्शित |186+152+ 176-514 (D) 2064 (1) 392+436+ 408%3D1236 (D) 2064 (10) 412 (D) 20522065 (2) 294+104+ 200...-1444 (D) |2066 (अ.) 124 (D) | 2066 (अ.) |223 (D) |
SR No.002326
Book TitleAgam Prakashan Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorNirav B Dagli
PublisherGitarth Ganga
Publication Year2015
Total Pages392
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_related_other_literature
File Size12 MB
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