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आगम प्रकाशन परिचय
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वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद)
संपादक, संशोधक आदि प्रधान संपा.-कन्हैयालालजी मुनि (कमल)
कोशकर्ता, संपा.-वीरेन्द्रकुमार |2060 (1) 64 (B) मुनि, जयकुमार मुनि, प्रधान संपा.-महाप्रज्ञजी आचार्य
संक., अनु.-दीपरत्नसागरजी
2060 (अ.) 384+368+
432...32160 (C)
प्रकाशन नाम एवं परिचय प्रकाशक {ग्रंथमाला) माध्यम से 32 आगम में वर्णित अनुयोग (गुज.) द्रव्यानुयोग विषयक पाठों का ग्रंथमाला 7} विषयानुसार संकलन और उसके (हिं.) अनु. का (गु.) भाषां. स्थाननिर्देशपूर्वक (अ.46)) भाग 1-4(दे.ना., गु.)
[[T,S] {2} 1571 जैन आगम वाद्य कोश {आगम में जैन विश्व भारती
निर्देशित 108 वाद्यों का (प्रा.→सं., हिं.) कोश, (हिं.) विमर्श, विवरण (स्थाननिर्देशयुक्त), क्वचित प्रांतीयभाषाओ के नामयुक्त-सचित्र)
{दे.ना.} [s] {#} 1572 आगम कथानुयोग {आगम साहित्य श्रृत प्रकाशन निधि
वर्णित तीर्थंकर, कुलकर, श्रमण-श्रमणी, देव-देवी, प्राणी, अन्यतीर्थिक, दुःखविपाकी आदि की कथा/कथांश, दृष्टांत-उपनय का अनु., मतांतर निर्देशयुक्तस्थाननिर्देशयुक्त (कथा-852+दृष्टांत-187 प्रायः)}
भाग 1-6 {गु.} {#} | 1573 |भिक्षु आगम विषय कोश [BHIKSU जैन विश्व भारती
AGAMA VISAYA KOSH] {आचा.सूत्र, निशीथसूत्र, दशाश्रु.सूत्र, बृ.क.सूत्र, व्यव.सूत्र (कुल-5) सटीक आगम आधारित 124 (अकारादि) विषयों का (हिं.) व्याख्या एवं पेटाविषयों के विवरण स्वरूप विषयकोश-(हिं.) अनु.युक्त साक्षीपाठ एवं स्थाननिर्देशपूर्वक) भाग 2 {दे.ना.
रो.} [S] {#} 1574| आत्मा का दर्शन (जैन धर्म : तत्त्व जैन विश्व भारती
और आचार) PHILOSOPHY OF SOUL (JAINISAM : METAPHYSICS AND ETHICS) {जैनधर्म (तत्त्व और आचार संदर्भित) सृष्टिवाद, कालचक्र, अनेकांतवाद, तत्त्वदर्शन आदि विविध विषय-उपविषयों के माध्यम से आगम आदि के पाठों का संकलन (हिं.) सार्थ (खंड-5→अध्याय-4+4+ 16+15+4)} {दे.ना.) [T] {2}
प्रधान संपा.-महाप्रज्ञजी आचार्य, 2061 (1) |727 (B) संपा.-विमलप्रज्ञा साध्वी, सिद्धप्रज्ञाश्रीजी
अप्रदर्शित
2064 (3)
780 (B)
73. आगम शब्दकोश (1575-1587)
1575 जैनागम शब्दसंग्रह
गुलाबचंद जसराज संघवी संक., संपा.-रत्नचंद्रजी मुनि
|1983 (1) |846 (B)