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31. दशवैकालिकसूत्र
क्र.
संघ
प्रकाशन नाम एवं परिचय
प्रकाशक {ग्रंथमाला) संपादक, संशोधक आदि वि.सं. (आ.) पृष्ठ (कद) 888 दशवकालिक सूत्र (दश.सूत्र सह शामजी वेलजी विराणी संपा.-ठाकरसीभाई करसनजी | 2038 (अ.) 338 (D)
ठाकरसीभाई करसनजी शाह कृत (गु.) स्था. जैन धार्मिक शिक्षण शाह अन्व., अनु.} {गु., दे.ना.}
{1020, 1060} 889 दीक्षाकुमारी का प्रवास {दश.सूत्र के सम्यग्ज्ञान प्रचारक मंडळ संपा.-प्रेम भंडारी
2038 (अ.) 320 (C) अज्ञात कर्तृक रुपकात्मक विवे. का लालचंद्रजी जैन कृत (हिं.) भाषां.} (दे.ना.} {1106) साधु पंच प्रतिक्रमणसूत्र एवं भूपेन्द्रसूरि जैन साहित्य अप्रदर्शित
2041 (3) 270 (E) दशवैकालिक के चार अध्ययन मूल
समिति {दश.सूत्र मूल (अ.4), श्रमण क्रिया सूत्र
आदि) (दे.ना.} [T] {1020} 891 दश वैकालिक सूत्र (मूळ, गाथा अने वर्धमान स्थानकवासी जैन पूर्व संपा.-दयामुनि
2041 (2) 160 (D) अर्थ साथे) {दश.सूत्र सह दयामुनिजी श्रावक संघ, (P) हिंसा कृत (गु.) अनु.} {गु.}
विरोधक संघ {1020, 1071} |892 दशवकालिक सूत्र (मात्र मूळ पाठ) विश्वमंगल प्रकाशन मंदिर संपा.-पूर्णचंद्रसूरि,
2041 (2) 80 (D) {दश.सूत्र मूल} {गु.} {1020)
दिव्यभूषणविजयजी 893 दशवैकालिक-चयनिका (दश.सूत्र का | प्राकृत भारती अकादमी, संपा.-कमलचंद सोगानी डॉ. 2043 (2) |106 (D)
कमलचंद सोगानी डॉ. कृत अंशसंग्रह जैन श्वेतांबर नाकोडा (हिं.) अनु. और व्याकरण संदर्भयुक्त} | पार्श्वनाथ तीर्थ, मेवानगर {दे.ना.} {1113}
{पुष्प 37} |894 दशवकालिक सूत्र {दश.सूत्र सह शांतिसोमचंद्रसूरि संपा.-भद्रंकरसूरि
2043 (4) 468 (D) भद्रंकरसूरिजी कृत (गु.) अन्व., विवे.} ज्ञानमंदिर ट्रस्ट
{गु., दे.ना.} {1020, 1059 } |895 स्वाध्याय सरिता {शत्रुजय लघुकल्प, भेरुलाल कनैयालाल संपा.चंद्रयशसूरि | 2044 (2) 316 (D)
दश.सूत्र मूल, प्रकरण, कर्मग्रंथ आदि) कोठारी रिलिजीयस ट्रस्ट
{गु.} {1020} 896 दशवकालिक सूत्र {दश.सूत्र सह कमल प्रकाशन ट्रस्ट, संपा.-भद्रंकरसूरि | 2045 (अ.) 276 (D)
भद्रंकरसूरिजी कृत (गु.) अन्व., विवे. अमदावाद (अ.5-10)} {गु., दे.ना.} {1020, 1059) दशवैकालिक सूत्र {दश.सूत्र सह भुवनभद्रंकर साहित्य संपा.-भद्रंकरसूरि
2045 (3) 370 (D) भद्रंकरसूरिजी कृत छाया, (गु.) शब्दार्थ, प्रचार केन्द्र, मद्रास अनु.} {गु., दे.ना.} {1020, 1041, {भुवनतिलकसूरीश्वर जैन 1049)
ग्रंथमाला 53) 898 दशवकालिक सूत्रार्थ {दश.सूत्र सह अकलंक ग्रंथमाला संपा.-अकलंकविजयजी 2046 (2) 168 (D) अकलंकविजयजी कृत (गु.) अनु.) | {पुष्प 114}
(अ.) {गु.} {1020, 1062} 899 दशवैकालिकसूत्रम् {दश.सूत्र सह जिनशासन आराधना पूर्व संशो.-ऋद्धिमुनि
2046 120 (P)
(पु.मु.) समयसुंदरजी उपा. कृत दीपिका ट्रस्ट, (P) जैन बंधु टीका} {दे.ना., गु.) [T, S] समाज {आगम प्रकाशन {1020, 1029)
माला 24}