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अभीष्ट आगम विभाग के प्रकाशन परिचयों का सीधा ही अवलोकन करके और प्रकाशन परिचायक नाम के आधार पर अभीष्ट विषय (कृतियों) का निर्णय करके, वाचक प्रकाशन परिचय अंतर्गत रखे गए कृतिक्रमांकों के आधार से कृति परिचय में से उन कृतियों के अन्य प्रकाशनों की जानकारियाँ सरलता से प्राप्त कर सकता है ।
प्रकाशन अंतर्गत कृति का अपूर्ण प्रकाशन हुआ हो, तो उसकी जानकारी प्रकाशन परिचय अंतर्गत ही दी गई है। Is प्रस्तुत सूचि में कुल 1799+ 2( पीछे से वृद्धि कीए गए प्रकाशनक्रमांक 121a, 1273a, 1278a ओर
कटौती किये गये क्रमांक 1172 अनुसार) = 1801 प्रकाशनों का परिचय दिया गया है । (5) परिशिष्ट 1 : कर्ता-संपादक अनुक्रमणिका (अकारादि सूची)
इस परिशिष्ट में कर्ता आदि की पहचान हेतु कर्ता/संपादक आदि के अन्य नाम, उपनाम, विशेषण, गुरु का नाम, गच्छ अथवा संप्रदाय, कर्ता की विद्यमानता का समय आदि जानकारियाँ यथाप्राप्त दी गई
प्रस्तुत सूची में निर्दिष्ट कर्ता, संपादक आदि से संबंधित कृतियों एवं प्रकाशनों की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु कृति एवं प्रकाशन के क्रमांक दिये गये है ।
(6) परिशिष्ट 2 : प्रकाशक अनुक्रमणिका (अकारादि सूची) इस परिशिष्ट में प्रकाशक की पहचान हेतु प्रकाशक के अन्य नाम एवं प्रकाशक के निवास (शहर/ राज्य) संबंधित जानकारी यथासंभव दी गई है एवं पूर्वप्रकाशक सम्बन्धित जानकारी भी दी गई है ।
प्रस्तुत सूचीगत प्रकाशकादि से संबंधित प्रकाशन की जानकारी उपलब्ध कराने हेतु प्रकाशनक्रमांक दिये गये हैं।
(7) परिशिष्ट 3 : कृति स्वरूपों की सूची कृति परिचय में प्रयुक्त सभी स्वरूपों की सूची इस परिशिष्ट में दी गई है, विशेषतः प्रत्येक विभाग में सर्व कृतियों का परिचय इस परिशिष्ट में दिए गए स्वरूपों के क्रमानुसार दिया गया है ।
(8) परिशिष्ट 4 : कृति से असंबद्ध प्रकाशनों का परिचय इस परिशिष्ट में ऐसे प्रकाशनों के क्रमांक दिये गये है, जिनके कृति परिचय हमने नहीं दिए है, किन्तु प्रकाशन परिचय अंतर्गत ही प्रकाशन के विषय की जानकारी दी गई है । अतः कृति परिचय एवं प्रस्तुत परिशिष्ट में दिये गये प्रकाशन क्रमांकों के माध्यम से वाचक अभीष्ट विषय संबंधित समग्र प्रकाशनसूची में दिये गये कृति व प्रकाशन की जानकारी प्राप्त कर सकता है ।