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________________ २२० अणसणु पावारंभणियत्तणु अणसणु पयडियगुणगणकित्तणु ॥घत्ता ॥ दुकम्मई जिह दुक्कियइ 16 मणवंछियसुक्खाइ जिह अणसणेण पुरिसहो लहु खिजहि सुरपयाइ लीलइ संपजहि ॥ १॥ ॥ गाहा ॥ अणसणसिहिणा बहुजम्मसंचिओ असुहकम्मकट्ठोहो खणमित्तेण वि डज्झइ तिह जिह णवि किंपि उव्वरह ॥ छ । ऊणोयरु तउ ऊणहो कारणु भुत्तिभायतिचउत्थह वारणु तं विरयंतहो णालसु जायइ धम्मकम्मि ण वि चित्तु पमायइ 5समु संजमु सज्झाउ ण मेल्लइ झाणज्यणिहि णिसिदिणु पेल्लइ परमुच्छाहु करइ सुहकम्महि णरु लोयत्तयवड्डियसम्महि इंदियविसयगिद्धिसंकोयणु वित्तिसंखतउ सुहसंजोयणु णिचणिमित्त दुविह सा वुच्चइ जं करंतु णरु पावें मुच्चइ णिच्चणिमित्ति संख विरयंतउ भोयणसमइ करइ समचित्तउ 10ससहाविय वत्थुहु णिप्पण्णउ संखइ भुंजइ सायविहिण्णउ भंगुप्पायविवजिउ जो णरु सो उप्पाडइ गिद्धिमहातरु ____II. 3. ऊणोयरु - आमोदये. 7. वित्तसंख - वृत्तिपरिसंख्या तपः; C. - व्रतातिचारउत्पत्तिभिः. II. भाजनात् एकं वस्तु दूरीकृत्य अन्यवस्तु गृह्णाति - तन्मुक्त्वा पावारंभि; after this line C. adds अणसणु अट्ठकम्मभयखंडणु अणसण सयललोयकयमंडणु. 15. A. जियदुक्कियइ; B. जिह दुक्कियई; पुरुसहो; C. जइ दुक्कियई अणसणेण पुरिसहु लहु खिजइ. 16. BC. ई; जह; B. °ई; 'हिं. [Kadavaka 2.] I. A. "हो for कम्मकट्ठोहो is left out. B.C. अणसणसिहिणा (A. विहिणा). 2. B. 'मेत्तेण; BC. तह-जह. 3. B. °हं; C. °च उत्थहो; 4.C. पमाईय. 5. A. णवि for ण; णिसिदिणि; B. ज्झयणेहिं; णिसिदिणु; C. णिसिदिणु. 6. A. करहि; सुरकम्महि; णर; B. सुहकम्महिं णरु; °हिं; C. °हिं; °हिं; णरु लोयत्तमवडियसम्महिं. 7. B. वित्तसंख. 8. AB. णिच्चणिमित्त; B. पात्रि. 9. BC. णिच्चणिवित्ति; B. सुहचिच्चउ; C. °समए; सुहचित्तइ. 10. A. साइ'; B. वत्थुहु; णिप्पण्णहं; ई; सायविहिण्णहं. C. वत्थुह णिप्पण्णय; संखए भुंजए साइ
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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