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________________ छहपयडिहि उवसमियह वक्खए एकहं संजायएं वि समक्खए तं सम्मत्तु मीसु उप्पज्जइ मीसिहि णरु परिणामिहि भिजइ इय सम्मत्तु अङ्कगुणवंतउ पंचवीसदोसेहि मि चत्तउ जो पालइ णरु तिहि सुरकायहि पढमिहि तह थीजमलसहायहि छहंमि अहो णरयहमि ण जम्मइ सो जहि विविहपयारिहि हम्मइ उवसमखाइयमीसिहि भाविहि तह उयइयपरिणमणसहायहि एम जीउ हयमिच्छागाविहि वण्णइ अहणिसु पंचहि भावहि इय सम्मत्तु मणुउ जो धारइ सो अइयार पंच विणिवारइ ॥ घत्ता ॥ सम्मत्तें संजमतववयइ णरहु पुण्णु उप्पायहि - विणु तेण इके ताइ पुणु ते दुग्गइपहु लायहि ॥११॥ शमिकः. 7. अट्ठगुणवंतउ - संवेउणिव्वेउनिःशंकादि वा; पंचवीसदोसेहि - ३. मूढत्तण; .६ अनायतन; ८ मद; ८ शंकादि - २५. 8. तिहिं सुरकायहिं - देवी मनुष्यी तिर्यची; C. - दीवी-मुनक्षणी-तियंचाणी; पढमिहिं etc. - भावनविंतरज्योतिष्काः. 9. छहं मि णरयहमि - शर्करप्रभादि षट् नरके. 10. B. notes the भावs by numbering I, 2, 3, 4, 5. II. पंचहि भावहि - उपशम, क्षायिक, क्षायोपशम, ओदइक, पारिणामिक. 12. C. अइयार पंच - शंकाकांक्षाविचिकित्साअंनदृष्टिप्रसंसाशंस्तवासम्यक्दृष्टिरतीचारः. 14. विणु तेण इक्के - सम्यक्त्वेन विना. B. खाइउ; °सुक्खह; C. खायउ. 5. A. एकहि संजाया वि समावए; B. °हिं; °है; एं; एक्कहं संजायएं वि समक्खए; C. एकहें संजायइ वि समषएं. 6. B. मीसु; °हिं; °हिं; C. मीसु; मिसिहिं; 'हिं. 7. A. पंचमीस'; B. पंचवीसदोसेहिं; C. पंचवीसदोसेहिं. 8. B. 'हिं; हिं; पढमहिं; 'हिं; C. 'हिं; हिं; °हिं; हिं. 9. A. छह मि अहो णर यह णवि; B. छहंमि अहो णरयहं मि ण जम्मई; जहिं; यारेहिं; "इं; C. हिं; 'हिं; तह; 'हिं. 10. A. सहायहो; B. °हिं; भावेहिं; C. मीसियभावहिं; उयय'; °हिं II. B. गावहिं 'हिं; °हिं; C. 'हिं; चत्तहिं for वण्णइ. 12. A. सुइ for इय. 13. B. °ई; णरहो; उप्पायहें. 14. B. एकें ताएं; °पहि लायहिं.
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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