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________________ ॥ घत्ता ॥ पुत्वविहाणे तहि मि दिणि तं करेवि चेईहरि 15 जग्गेवि रयणि सुमहसविण सुप्पहाइ गम्मइ घरि ॥८॥ ॥ गाहा ॥ उज्जवणत्थं भोजं चउविहसंघस्स अप्पसत्तीए दाऊणं भुजिजइ भव्वेहि सुमुक्कगव्वेहि ॥ छ॥ कोवि पुरिसु एक्के दियहे वि विहि पूरइ चित्ति वहंतउ बहु दिहि पडिमइ अह अहमिहि जहुत्तइ अह वि ण्हवणइ करिवि णिरुत्तइ उजवणउ देविणु सइ भोयणु करइ भव्वु बहुसुहसंजोयणु विहिणा एण किएण वि लहु णरु उप्पजइ सोहम्मि सुरेसरु , चउणिकायदेवह अग्गेसरु पच्छा हवइ सिद्ध सुरकेसरु” इय मुणिणाहें वरविहि साहिउ बंभणेण सो विहि पडिगाहिउ सावयधम्मि पुव्वसुइवेसें दूरुज्झियरोरत्तकिलेसें 1०हेमप्पहपमुहहि खयरायहि विहि पडिगाहिउ वड्डियरायहि पुणु साहम्मिउ मण्णिवि दियवरु आलिंगिउ राए दंसणधरु ___IX. 3. एक्के - १; विहि - पुरंदरविधानं. 4. जहोत्तइ - यथोक्तानि. 6. विहिणा एण - पुरंदरविधानेन. 8. साहिउ - कथितः 9. सावयधम्मि etc. - श्रावकधर्मपूर्वशुचिवेषेण. I0. विहि पडिगाहिउ - विधिः अंगीकृतः. II. राएं - अनुरागेण. 12. तयणु - तदनु. पऊजइ; B. °ई; °हिं पउंजइ. I. B. तहिं; 15. B. सुमहसवेण सुप्पहाए; °ई. [Kadavaka 9] I. A. चौविह'; B. उजमणदिणे; 2. BC. हिं; 'हिं. 3. A. विहंतउ विहि; B. एके दियहें विहि; वहंतउ वहुदिहि; C. एके दियह विहि; वहु दिहि. 4. B.°इं; °हिं; जहोत्तइं; ई; करेवि; इं. C. पडिवहिं अहमिहिं जहुत्तई; इं; करेवि; °ई. 5. B. °उं; °ई; C. सई; वहु is dropped; सुइंसजोयणु. 6. B. सोहम्मि; C. कएण; सग्गम्मि for सउहम्मि. 7. AC. देवहं. 8. C. मुणिणाहे. 9. A. दूरुज्झुयरोडत्त'; B. रोरत्तकिलेसि; C. पुव्वि; दूरुज्झियरोरत्त'. I0. B. °हिं; 'हिं; °हिं. C.हिं; हिं; वउ for विहि; °हिं. II. B. साहम्मि
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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