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________________ ॥ खंडयं ॥ ता तेहि मि वियप्पियं माणसि कजं णियहियं “ अम्हहि रणि ण जिणिज्जए कोवि ण इहु जाणिजए" ॥ छ । णं बलहद्द हलाउहहत्थउ मारइ सइ वि एहु वीसत्थउ कोवि ण एयहो सण्णिहु दीसइ जो अच्चन्भुउ विक्कमु पोसइ तम्हा जाएवि एहु खमिजइ णंतो एवहि अवसु मरिजइ” चंडसीहपमुहहि इय भासिउ आविवि पणविवि सो मण्णाविउ “अम्हह मूढह देव खमिज्जइ एकवार सामिय दय किन्जइ” जणणीजणणिहि बंधवलोयहि सिंगारवइहि जायपमोयहि सो पणवेप्पिणु णिवपच्चक्खउ ताह विवाहु विहिउ हयदुक्खउ 1०तो सयलहि मिलेवि उववेसिवि सिंहासणि भूसणहि विभूसिवि किउ रज्जाहिसेउ पणवंतिहि “अम्हह तुह सामिउ" पभणंतिहि सो हालिउ गरिंदु हुउ जावहि पञ्चक्खीहोइवि सुरु तावहि ॥ घत्ता॥ पुरयहिउ पभणइ "भह मइ तुह दालिद विणासिउ 14 अवरु वि जं भासहि तं करमि तुह माणससुक्खासिउ” ॥११॥ XI. 3. वीसत्थउ - निराकुलः सन् ; विश्रब्धः सन् . 9. विहिउ - कृतः [Kadavaka II.] I. C. पविप्पिय; 2. A. जिणिज्जइ; जाणिज्जइ; B. अम्हहिं; जिणिजए; जाणिजए; C. अम्हहिं रणि ण जिणि for वि. 4. A. एयहु; B. एयहो; जो अच्चब्भउ विक्कमु पोसइ; C. एयहो; जो अच्चुब्भउ विकमु पोसइ. 5. A. जायवि; B. जाएवि; एवहिं; C. तह जाएवि; एवहिं. 6. A. ई for इय; B. °हिं; इह भाविउ आवेवि पणवेवि; C. °हिं इय; सो वि. 7. B. °हं; 'ह; खमिजउ; किजउ; C. अम्हह; खमिजउ; दइ किजउ. 8. BC. "हिं at all places. 9. BC. ता; C. पच्चक्खउं. 10. A. 'सलहे for सयलहि; B. तो सयलहं मिलेवि; सिंहासणे; भूसणहिं विहूसिवि; C. सयलहि मिलेवि; सिंहासण; हिं; विहूसिवि. II. C. तुह for तुहु; note अनुस्वार on the endings in BC. 12. B. 'होएवि; C. सुर तावहिं. 13. BC. पभणई; मई. 14. A, भासइ.
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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