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________________ ऽइय सइ लहिवि मंति आएसिउ पोमणयरि पोमरहहो पेसिउ सो तहि जाएवि मंति पयंपइ “तुम्हह पुरउ देव विष्णप्पड़ सुरपुराउ सुरविक्कमराए पेसिउ तुम्ह पासि सुच्छाए जयकुमरहो तुह पुत्तहो दिण्णिय विणयसिरी सुय रूवरवणिय" तहो वयणें सा तेण पडिच्छिय रायधूय फुडकमलदलच्छिय 10तं सुणेवि जयकुमरु वि हिट्ठउ णियमाणसि चिरणेहें पुट्ठउ अणुमण्णिवि मंति मोकल्लिउ तेण णरिंदें दाणरसुल्लित तें जाइवि णियणाहहो घोसिउ "अणुमण्णियउ देव सविसेसउ कण्णादाणु तेहि पिउपुत्तिहि आवेव्वउ सुमुहुत्ति तुरंतिहि" ॥ घत्ता ॥ जयकुमारु सुमुहुत्तें तहि आयउ अण्णहि दियहि णरिंदें 15 परिणाविउ णियपुत्ति बहु- दाणे सहिय समिद्धि सुरिंदें ॥१०॥ . ॥ मंजरी ॥ वित्ति विवाहकम्मि सुच्छाहें ता णियपुत्तिया सहु जामाइएण मोकल्लिय सुविहवजुत्तिया ॥छ॥ संगहियसम्माणु सुसरयहो जा चलिउ संजुत्तु भजाइ णियसेणपरियरिउ णियणयरसवडम्मुहो जंतु संतुह पुत्र्या; C. जं - इयं. 5. पोमरहहो - पद्मरथु. II. C. दाणरसुल्लिउ - दानसन्मान कृत्वा. 12. C. तें - तेन मन्त्रिणा; णियणाहहो etc. - पद्मराजाय निवेदितः. 13. पिउपुत्रिहि - पितृपुत्राभ्यां. __XI. 5. सवडंम्मुहो - सन्मुखः. 7. आजाणुथिरबाहु - प्रलंबभुजो आजानु C. तणयए. 5. A. सय for सइ; मंत्ति; BC. इय सलहेवि; B. °णयरे. 6. A. जायवि; मंत्ति; B. तहिं जाएवि; °ह; C. जाएबि; "हं. 7. A. सुछाए; B. राएं; सुच्छाएं; C. राएं; सच्छाएं. 9. A. पडिछिउ; B. सयधूव. 10. B. हिट्ठिउ. II. B. अणुमण्णेवि; मोक्कल्लिउ; रसोल्लिउ; C. अंणुमण्णेवि. 12. B. तिं जाएवि; घोसिउं; °उं; °उं. 14. A. सुमिद्धि; B. दाणिं; सुरिंदि. C. दाणि; समिद्धि; सुरेंदें. [Kadavaka II.] I. A. विण्णि विवाहकम्मे सुछाहें. 2. A, जामाइए; B. सहं जामाइएण; C. जामाइएण मोकल्लिउ सुविहजुत्तिया. 3. C. सुसरयहे. 4. B. भज्जाएं; सेण्ण. 5. B.
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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