SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 149
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ संतिकम्मु तहि पुणु पारद्धउ 10. जिणपूया बहुदेवाराहणु एत्थंतरि रयणिहि तहो सुत्तहो तिरु कवि पुरहिउ भासइ ६८ मंतिहि अहणिसु दाणसमिद्धउ काइ विण काइ विहिउ सुहसाहणु णिहुरवेयणाइ जग्गंतहो जरहो विणासहेउ सु पयासइ ॥ घत्ता ॥ 66 'तुह गत्तहो उप्पर अप्पाणउ उत्तारिवि जइ हरिससमाणउ खिवइ कावि पिय सिहिजालाउलि अग्गिकुंडि अप्पिवि णियतणु बलि ॥ १४ ॥ हेला ॥ ता जीवेसि अवसें णिद्दलियतावदुक्खो तो वि मरेसि लहु सयलजणसमक्खो " ॥ छ ॥ जाउ अदंसणु हणिरंतरु मंतिहि कहिउ देहपीडाहरु बोल्लाविउ पियकज्जहो जोग्गउ ताह वयणु ता भइयइ कलुसिउ " तं मइ विरइव्वउ णिक्खुत्तउ ता महु णत्थि किंपि इह दुल्लहु " इय उवयारु कहिवि सो वितरु सुहाइ राएं तो वइयरु राणिया ता तेहि समग्गउ वितर भासिउ जा उग्घोसिउ एत्थंतरि रइदेविए वुत्तउ महु जीवें जइ जीवइ वल्लहु 8. जरु - ज्वरं; पंचत्तउ - मृत्यु: 10. विहिउ कृतः 12. पुरट्ठउ - अग्रस्थितः XIV. 2. णिव नृप; समक्खो - प्रत्यक्षं. 5. समग्गउ - समस्ताः 6. वयणु - - 9. B. पुणु तर्हि ... हिं; C. पुणु तहो; मंतिहिं. 10. BC. काई ण काई विहिउ. II . A. णिहूर; B. एत्यंतरे रयणेहिं तहु... वेयणाई; C. तहो रयणहिं; वयणाईं. 13. A तहो for तुह; B. तुह... उं... उं; C. तुह; अप्पाणउं; उत्तारिवि; 'उं. 14. B. जालावलि; कप्पेबि for तप्पिवि; C. कप्पिवि णियतलुबलि. [ Kadavaka 14. ] 1 A अवसे; C. अवस. 2. C. समरवो. 3. B. कवि. 4. B. सुप्पहाएं... मंतिहुं; B. सुप्पहाएं; मंतिहिं. 5. A. जोगउ; BC. तेहिं C. वुलाविउ 6. A. भइय कलुसिउ; B. विंतर... ताहं... भइयएं; C. बिंतरु; ताह; भइयां कलुसिउ. 7. A. रविदेविए; णिखुत्तउ. B. एत्थंतरि देविए; तं मई विरएव्वउ णिक्खुत्तउ. C. 8. जीविं; किंपि णत्थि; C. जीवें; किंपि णत्थि
SR No.002315
Book TitleChakkammuvaeso
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhusudan Modi
PublisherOriental Institute
Publication Year1972
Total Pages448
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy