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दइयदुक्खदुम्मणा सुणिन्भरं रुवंतिया लेवि खग्गु जा णरिंदु तासु सीसु खंडए ताम सूइया सदेहु अंतरे पमंडए जंपए " णरेस मज्झु खंडि अंगु अप्पियं चयहि सिग्घु जीवियव्वदाइयं महो पियं देव मज्झु दोहलस्स पूरणे सजीवियं तिणसमाणु णिरु अणेण माणसे विहावियं”
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॥ घत्ता
॥
णिउ जंपेइ "कीरु तुहु पंडिउ सुटुं वियक्खणु बुद्धिए मंडिउ - महिलहि कजि मूढ आदण्णउ णियजीवियह काइ णिविण्णउ ॥३॥
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॥ हेला ॥ तं जपेड़ कीरि “णिव इत्थ सव्वलोओ
परु उवहसइ मुणइ णहु किंपि णियविगोओ ॥छ॥ महिलहि कजि सव्वसुक्खयरइ गरु दूरंमि चयइ णियपियरइ 14. दइय° - भर्ता. 17. अप्पियं - दत्तं. 20. माणसे - मनसि; विहावियं - विभावितं. 22. महिलहि कजि मूढ आदण्णउ etc. - स्त्रीनिमित्तं आत्ममरणं त्वया प्रारब्धं, आत्मजीवितव्ये त्वं निर्विण्णो सि; आदण्णउ - भयातुरः सन् .
_IV. 2. मुणइ णहु किंपि णियविगोओ - आत्मनः विडंबनं न जानाति. 3. सव्वसुक्खयरइ - सर्वसुखकरौ; णियपियरई - पितरौ. 8. सुहित्तणु - सुहृत्त्वं; विउसत्तणु14.C. दुख. 15. A. खंडइ; B. खंडए; C. णरेंदु; षंडए. 17. C. षंडियंगु. 18. A. चएहि सिघु; B. चयहि...दाययं; C. चएहिं. 19. A. मज्झ; B. मज्झु. 21 A. तुह; C. सुट्ट. 22. A. जेम for कजि; BC. महिलहिं कजि; आदण्णउं णियजीवियहो; काई णिबिण्णउं.
[Kadavaka 4.1 I. B. ता for तं; एत्थं for इत्थ; C. ता; णिवइ. 2. B. मुणइं; पर; मुणइं पहुं. 3. A. दूरंम्मि; B. महिलहें कजे...इं...णियपियरइं; C. महिलहिं all