________________
मयापुत्ते
१५ जाय उयवज्जिहिइ । से गं तओ अणन्तरं उव्वट्टित्ता सरोसवेसु उववजिहिइ । तत्थ णं कालं किच्चा दोच्चाए पुढवीए उक्कोसेणं तिणि सागरोबमाई [0] । से णं तओ अणन्तरं उघट्टित्ता पक्खीसु उववजिहिइ । तत्थ वि कालं किच्चा तच्चाए पुढवीए सत्त सागरोवमाई [0] । से ण तओ 5 सीहेतु य [0] तयाणन्तरं चोत्थीए उरगो, पञ्चमीए इत्थी, छट्ठीर मणुओ अहे सत्तमीए । तओ अणन्तरं उयट्टित्ता से जाइं इमाई जलयरपञ्चिन्दियतिरिक्खजोणियागं मच्छकच्छवगाहमगरसुसुमाराईणं अद्धतेरसजाइकुलकोडिजोणिपमुहसयसहस्साई, भुज्जो तत्थ णं एगेमेगंसि जोणिविहाणंसि अणे- 10 गसयसहस्सखुत्तो उद्दाइत्ता उद्दाइत्ता तत्थ भुज्जो भुज्जो पच्चायाइस्सइ । से णं तओ उव्यट्टित्ता, [0] एवं चउपएसु उरपरिसप्पेसु भुयपरिसप्पेसु खहयरेसु चउरिन्दिएसु तेइन्दिएसु बेइन्दिए.सु वणप्फइएसु कडुयरुक्खेसु कडुयदुद्धिएसु वाउ° तेउ आउ पुढवीकाएसु अणेगसयसहस्सखुत्तो०] 1 से 15 णं तओ अणन्तरं उव्यट्टित्ता सुपइट्टपुरे नयरे गोणत्ताए पच्चायाहिइ । से णं तत्थ उम्मुक्कबालभावे जाव] अन्नया कयाइ पढमपाउसंसि गङ्गाए महानईए खलीणमट्टियं खणमाणे तेडीए पेल्लिए समाणे कालगए तत्थेव सुपइट्ठपुरे नयरे सेट्टिकुलंसि पुमत्ताए पच्चायाइ यस्सइ । से णं तत्थ उम्मुक[0] 20 पत्ते तहारूवाणं थेराणं अन्तिए धम्म [जाव] सोच्चा निसम्म मुण्डे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइस्सइ । से णं तत्थ अणगारे भविस्सइ ईरियासमिए [जाव] वम्भयारो। से णं तत्थ बहूई वासाइं सामण्णपरियागं पाउणित्ता आलोइअपडिकन्ते समाहिपत्ते कालमासे कालं किच्चा सोहम्मे 25 कप्पे देवत्ताए उपवज्जिहिइ । से णं तओ अणन्तरं चयं