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रह। तए णं से धण्णे अणगारे समणस्स भगवओ महावीरस्स तहारूवाणं थेराणं अंतिए सामाइयमाझ्याई एक्कारस अंगाई अहिज्जइ । अहिज्जित्ता संजमेणं
तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तए णं से घण्णे 5 अणगारे तेणं उरालेणं18 जहा खंदओ [जाव] उवसोमेमाणे चिट्ठइ।
धण्णस्स णं अणगारस्स पायाणं अयमेयारूवे तवरूवलावण्णे होत्था, से जहा नामए सुक्कछल्ली इ वा.
कट्ठपाउया इ वा जरग्गओवाहणा17 इ वा; एवामेव 10 धण्णस्स अणगारस्स पाया सुक्का निम्मंसा अहिचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, नो चेव णं मंससोणियत्तोए ।
धण्णस्स णं अणगारस्स पायंगुलियाणं अयमेयारूवे [0] से जहा नामए कलसंगलिया इ वा मुग्गमा
ससंगलिया इ वा तरुणिया छिण्णा उण्हे दिण्णा 15 सुक्का समोणी मिलायमाणी मिलायमाणी चिट्ठति,
पवामेव धण्णस्स पायंगुलियाओ सुक्काओ [ जाव ] सोणियत्ताए।
16. ACE ओरालेणं BD उरालेणं; Barnett prefers उरालेगं 17 ABD जरग्गउवाहणा CE जरग्गओवाहणा Barnett's text latter, though he notes (D) उवाहणे, his (A) (C)(E) like our CE. So also अभयदेव like our CE. 18 ABCE सुक्का निम्मंसा D the same as ABCE but in the margin grer is added. Barnett's (C) (E) have yfer after सुक्का ; though his (A) has not it. Is. भुक्खा a misreading for लुक्खा ?