________________
(अनुक्रम
कथाका विषयविभाग मंगल संक्षेपकार का पुरोवचन
प्रस्तावना
कथापीठ
कथामुख तरंगवती का जन्म, बचपन, तारुण्य वनभोजन समारंभ चक्रवाक-मिथुन प्रियमिलन प्रेमियों का पलयन चोरपल्ली
१५-२२ २३-३२
३२-६५
६५-७२
७२-८६
प्रत्यागमन
८६-१०५ १०५-११६
व्याधकथा
११६-१२५
वैराग्य वृत्तांत-समापन-उपसंहार ग्रंथकार का उपसंहार
१२५-१२६ १२६-१२६