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________________ पत्तिआ पत्ती पस्थिव पत्तेअ पयंग पयत्थ पय पयर पया पर्यावर पयास परमत्थ परमपय परमिठि परहूआ परमप्प पराअ परिक्खा परियत्ति परिसा परिहा परेय • पलय पल्लल पवअ पवण पवई पसव पस सा पह पहर पहा पहिअ ॥ प्राकृत संस्कृतनाममाला ॥ . पत्रिका पत्नी पार्थिव प्रत्येक पतंग पदार्थ पयम् प्रकर प्रजा प्रजापति प्रकाश परमार्थ परमपद परमेष्ठिन् परभृता . परमात्मन् पराग परीक्षा परिवर्तित परिषत् परिखा प्रेत प्रलय पल्वल प्लवग पवन पार्वती प्रसव प्रशंसा पथिन् प्रहर प्रभा पथिक स्त्री० स्त्री० पुं० क्रि० वि० 59.89 15.69 0.9.59 पुं० न पुं० स्त्री० पुं० न० न० पुं० स्त्री० 1.89 ཞ་ ཐ་ स्त्री० वि० स्त्री० स्त्री० न० पुं० स्त्री० न० 영영영광 स्त्री० पुं० स्त्री० (२१) कागल स्त्री राजा प्रत्येकं सूर्य वस्तु दुध समूह प्रजा ब्रह्मा प्रकाश साचू मोक्ष ब्रह्मा कोयल परमात्मा पुष्पनीधूली परीक्षा फरींगयेलु सभा खाई पिशाच नाश तलाव वानर पवन पार्वती जन्म थ प्रशंसा मार्ग होर कान्ति मुसाफर
SR No.002256
Book TitlePrakrit Rupmala
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturvijay
PublisherVadilal Bapulal Shah
Publication Year1926
Total Pages340
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size19 MB
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