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________________ प्रवचनकार का प्रवचनक परिचय - - - - - - - - - - - - - - . . . . . . . . . . .। થઈ परंमाराध्यपाद परमगुरुदेव -परमोपास्य श्री आत्म-कमल-वीर-दान-प्रेमसूरीश्वरपद्मधररत्न, गुणरत्नरत्नाकर, जैनशासनज्योतिर्धर तपागच्छाधिपति, परमगुरुदेव आचार्यदेवेश श्रीमद् - विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी महाराजा के पट्टप्रद्योतक, सिंहगर्जनाके स्वामी, आचार्यदेवेश श्रीमद् . विजय मुक्तिचंद्रसूरीश्वरजी महाराजा के पट्टविभूषक, प्रशमरसपयोनिधि, आचार्यदेव श्रीमद् . विजय जयकुंजरसूरीश्वरजी महाराजा के पट्टालंकार, प्रभावकप्रवचनकार, आचार्यदेव श्रीमद् ... विजय मुक्तिप्रभसूरीश्वरजी महाराजा के पट्टधररत्न, सूरिमंत्रपंचप्रस्थान समाराधक, प्रसिद्ध प्रवचनकार, आचार्यदेव श्रीमद् विजय श्रेयांसप्रभसूरीश्वरजी महाराजा છે.
SR No.002241
Book TitlePrabhu Veer evam Upsarga
Original Sutra AuthorN/A
AuthorShreyansprabhsuri
PublisherSmruti Mandir Prakashan
Publication Year2008
Total Pages98
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size7 MB
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