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देवतामूर्ति-प्रकरणम्
लुङ्ग मुद्गरपाशौ चाभयाक्षांकुशगदानकुलम् ॥३६ ॥ - दशवें शीतलनाथ भगवान के शासन में ब्रह्मा नाम का यक्ष है, वह सफेद वर्ण वाला, चार मुख वाला, प्रत्येक मुख तीन तीन नेत्र वाला और कमल के आसन वाला है। वह आठ भुजाओं में क्रम से बीजोरा, मुद्र, पाश, अभय, अक्षमाला, अङ्कुश, गदा और न्यौला को धारण करता है।
The attendant yaksha of Lord Sheetal Nath is the three-cyed Brahma. He is white in colour and has four faces (each face having threc eyes). He is seated on a lotus. Brahma has a citron, a mudgar, a noose, one hand in the Abhay mudra, a rosary, a goad, a mace and a mongoose (in the order cited) in his eight hands. (36). १०. अशोका देवी
अशोका मुद्वर्णा स्यात् पद्मारूढा चतुर्भुजा। वरदं नागपाशं चांकुशं वै बीजपूरकम् ॥३७ ॥
अशोका नाम की यक्षिणी मूंग के जैसी वर्ण वाली और कमल के आसन - वाली है। चार भुजाओं में वरद मुद्रा, नागपाश, अङ्कुश और बीजोरा को धारण • करती है।
1. The four-armcd yakshini Ashoka is the colour of mudga (a type of yellow. lentil or bean). Ashoka is seated on a lotus. One hand is the Varad position, while the other three possess the Nagapasha weapon, a goad and a citron, respectively. (37). ११. ईश्वर यक्ष
श्रेयांस ईश्वरो यक्षस्त्रयक्षः श्वेतो वृषासनः ।
मातुलिङ्गं गदां चैवांकुशं च कमलं क्रमात् ॥३८॥ ..ग्यारहवें श्रेयांसनाथ तीर्थंकर के शासन में ईश्वर नाम का यक्ष है, वह - श्वेत वर्ण वाला और बैल की सवारी करने वाला है। वह चार भुजाओं में क्रम से बीजोरा, गदा, अङ्कुश और कमल को धारण करता है।
The three-eyed attendant yaksha of Lord Shreyansa is called