________________
324
Uvavaiya Suttam si. Star
- सिद्ध सर्व-दुःखों को पार कर चुके हैं। जन्म, बुढ़ापा और मृत्यु के बन्धन से सर्वथा मुक्त हुए हैं। निर्बाध-बाधा रहित, शाश्वत-नित्य सुख का अनुभव करते हैं ।।२१॥
All their pains are at an end, They are free from birth, age and death, They have bliss which is not transient, Eternal joy the Siddhas enjoy. 21
.
अतुलसुहसागरगया अव्वाबाहं अणोवमं पत्ता । सव्वमणागयमद्धं चिट्ठति सुही सुहं पत्ता ॥२२॥
अनुपम सुख-सागर में निमग्न, अव्याबाध–निर्बाध या विघ्न-बाधा से रहित, अनुपम मुक्तावस्था प्राप्त किये हुए सिद्ध समग्र-अनागत व भविष्य काल में सर्वदा प्राप्तसुख--सुखयुक्त स्थित रहते हैं ।।२२।।
Having attained a state, unparalleled, Free from disease and obstruction all, Having attained joys of times not yet arrived, They live on immersed in bliss. 22
उववाइयसुत्तं समत्तं
औपपातिक सूत्र समाप्त
Aupapātika Sūtra ends.