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लेखनना सहभागी.....
दिव्यकृपा
खरतरगच्छाधिपति गणाधीश श्रीमज्जिन सुखसागरजी म. सा.
दिव्याशीष आगमज्योति पू. प्र. श्री सज्जनश्रीजी म. सा.
शुभाशीर्वाद गणाधीश प्रवर प.पू. श्री कैलाशसागरजी म.सा. उपाध्याय प्रवर मरूधरमणि प.पू. श्रीमणिप्रभ सागरजी
म.सा.
पावनप्रेरणा प्रखर व्याख्यात्री संघरत्ना 'सज्जनमणि'
श्री शशिप्रभाश्रीजी म.सा.
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श्री बडोदरा जैन खरतरगच्छीय संघ के ज्ञानद्रव्य से रु. ५०००/___ का सहयोग मिला है।
धन्यवाद