________________ परि. 19 : शब्दार्थ 68/1 93 240 दव्व-द्रव्य। दव्वी-चम्मच। 113 दह-द्रह, सरोवर। 236/2 दहि-दही। 102 दाडिम-अनार। 78 दायग-दायक, भिक्षा का एक दोष। 237 दार-द्वार। दावणया-देना। 89/6 दासत्त-दासत्व। 144/2 दिक्खा-दीक्षा / दिटुंत-दृष्टान्त। 84/1 दिट्ठ-दृष्ट। 70/2 दिट्ठि-दृष्टि। 136/1 दिण्ण-दत्त। 95/2 दित्त-दृप्त, उन्मत्त। 288/3 दिय-१. दिन, 80/4, 2. द्विज, ब्राह्मण। 157/2 दियर-देवर। 76/4 दिव्व-दिव्य। दीव-द्वीप। 231/2 दुक्कररोई-दुष्कररुचि। 145 दुग-दो, युग्म। दुगुंछा-घृणा। 278 दुगुण-दुगुना। 253/3 दुग्गति-दुर्गति। 64/3 दुग्गास-दुर्भिक्ष। भा. 24 दुच्चित्त-दुष्ट चित्त वाला। 91/2 दुट्ठ-दुष्ट। 68/6 दुत-द्रुत। 90/1 दुद्दिण-दुर्दिन, मेघजन्य अंधकार।। दुद्ध-दूध। 293 दुपय-द्विपद, दो पैर वाला। 194/2 दुब्बल-दुर्बल। 53/1 दुम-द्रुम। 91/2 329 दुम्मण-दुर्मन। 210/2 दुरुत्त-द्विरुक्त, दुबारा कहा हुआ। 70/4 दुल्लभ-दुर्लभ। 146 दुवार-द्वार। 136/3 दुविध-द्विविध। 107 दुव्वण्ण-दुर्वर्ण, बदरंग। 1988 दुहा-द्विधा, दो प्रकार से। दूइत्त-दूतीत्व। 201/2 देउल-देवकुल। 157/2 देस-सौ हाथ प्रमित क्षेत्र। 159 देसदेस-सौ हाथ का मध्यवर्ती क्षेत्र। 159 देसूण-कुछ कम। 128/3 दोभग्गकर-दुर्भाग्य करने वाला। 231/1 दोस-दोष। 68/11 दोहल-दोहद। 53/1 धंत-ध्मात, अग्नि में तपाया हुआ। 27/1 धन्न-धन्य। 69/3 धम्मकहा-धर्मकथा। 143 धम्मरुइ-धर्मरुचि नामक साधु। 219/9 धरित-धृत, धारण किया हुआ। 288/2 धातित्त-धात्रीत्व। 198/4 धातिपिंड-धात्रीपिंड, भिक्षा का एक दोष। 199 धुर-चिन्ता। 61/1 धुवण-धोना। धूता-पुत्री। 222/1 धूमधूमिय-धूमायित। 314/3 धूववास-सुगंधित द्रव्य। 231/1 धूविय-धूपित, धूप किया हुआ। 258 धोय-धौत, प्रक्षालित। 117/1 धोवण-धोना। 19 नउति-नब्बे। 192/7 नट्ठ-१. पलायन करना, 69/1, 2. नष्ट, विनष्ट। 145 38 19 27 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org