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दशाश्रुतस्कंध-सूची
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दशा १० सूत्र ४० अक्रियावादी, और क्रियावादी का वर्णन
सप्तमी दशा १-३४
स्थविरोक्त बारह भिक्षु प्रतिमा अष्टमी पर्वृषणा दशा भ० महावीर के पाँच कल्याण
नवमी दशा १-४० क- चंपानगरी, पूर्ण भद्र चैत्य
कौणिक राजा, धारिणी देवी
भ० महावीर का समवसरण . ख- तीस महामोहनीय स्थानों का वर्णन
दशमी आयती दशा क- राजगृह, गणशील चैत्य
श्रेणिक, भंभसार ख- भ० महावीर का पदार्पण ग- श्रेणिक का सपरिवार भ० महावीर के दर्शन के लिये जाना घ- श्रेणिक और चेलणा को देखकर निर्ग्रन्थ-निर्ग्रन्थियों के मन
में जो संकल्प पैदा हुए उनका वर्णन ङ- नव निदान कर्मों का वर्णन च. निदान करने वालों की गति छ- निदान रहित संयम का फल ज- निर्ग्रन्थ निर्ग्रन्थियों की आलोचना-यावत्-आराधना
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