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जीतकल्प सूत्र
गाथा १०३
६७ काल के अनुसार तप प्रायश्चित्त ६८ मानसिक संकल्पों के अनुसार तप प्रायश्चित्त ६६ गीतार्थ अगीतार्थ आदि सामान्य एवं विशिष्ट श्रमणों के
अनुसार प्रायश्चित्त देना ७० श्रमणों के सामर्थ्य के अनुसार प्रायश्चित्त देना ७१-७२ कल्पस्थित और कल्पातीत को भिन्न २ प्रकार का तप
प्रायश्चित्त ७३ जीतयन्त्र विधि ७४-७६ प्रतिसेवना के अनुसार प्रायश्चित्त ८०-८२ छेद प्रायश्चित्त योग्य दोष ८३-८६ मूल प्रायश्चित्त योग्य दोष का सेवन ८७-६३ अनवस्थाप्य प्रायश्चित्त के योग्य दोष का सेवन ९४-१०२ अनवस्थाप्य और पारांचिक का वर्तमान में निषेध
१०३ उपसंहार
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