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________________ प्रज्ञापना- सूची ११ १२ १३ १४ १५ १६ १७ क १८ is w १६ ङ संसार स्थित एकेन्द्रिय पृथ्वी कायिक जीवों के सूक्ष्म पृथ्वीकायिक बादर श्लक्ष्ण पृथ्वी कायिक खर ध २० क- बादर ङ - 91 " 13 19 " जीवों के सात भेद अनेक भेद संक्षेप से दो भेद ख 1) ग- वर्ण- यावत्-स्पर्श प्राप्त पृथ्वीकायिक जीवों के हजारों भेद इन जीवों की योनियाँ, इन जीवों के आश्रित अनेक जीवों की उत्पत्ति घ " Jain Education International ६२६ १. चालीस भेद 31 " 33 " 77 " एक जीव के साथ अनेक जीवों का अस्तित्व अपकायिक जीवों के दो दो भेद सूक्ष्म अप्कायिक जीवों के दो भेद अनेक भेद ख संक्षेप में दो भेद 19 ग- वर्ण- यावत्-स्पर्श प्राप्त अप्कायिक जीवों के हजारों भेद इन जीवों की योनियाँ इन जीवों के आश्रित अनेक जीवों की उत्पत्ति 11 33 जीवों के पाँच भेद 32 २१ २२ क- सूक्ष्म तेजस् कायिक जीवों के दो भेद ख- बादर अनेक भेद ग संक्षेप में दो भेद शेष सूत्र २० के ग-से-च तक के समान पद १ सूत्र ११-२२ "" दो भेद च- एक जीव के साथ अनेक जीवों का अस्तित्व तेजस् कायिक जीवों के दो भेद " " For Private & Personal Use Only 9 www.jainelibrary.org
SR No.001931
Book TitleJainagama Nirdeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanhaiyalal Maharaj
PublisherAgam Anuyog Prakashan
Publication Year1966
Total Pages998
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Ethics, & agam_index
File Size9 MB
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