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श्रमणोपासक पंचाचार अतिचार तालिका
ज्ञानाचार के अतिचार दर्शनाचार के १३ अतिचार संक्षेप में ८ अतिचार ८ दर्शनाचारों का अनाचरण विस्तार से १४ अतिचार ५ दर्शनातिचारों का आचरण
चारित्राचार के १२५ अतिचार तपाचार के ७० अतिचार ६० द्वादश व्रतातिचार १५ बाह्य और अभ्यन्तर तपों का
अनाचरण १५ कर्मादान
५ संलेखना के अतिचार ३२ सामायिक के दोष २१ कायोत्सर्ग के दोष १८ पौषध के दोष
३२ वन्दना के दोष वीर्याचार के तीन अतिचार मन, वचन, काया से सशक्त होते हुए ज्ञान, दर्शन, चारित्र और तपाचार का आचरण न करना
___ उपासक दशा और आवश्यक-सूत्र में उपर्युक्त अतिचारों का वर्णन है ।
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