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श०११ उ०११ प्र०१०
७०
एकादश का
उद्देशक
वाणिज्य ग्राम दुतिपलास चैत्य, भ० महावीर से सुदर्शन श्रेष्ठी
का प्रश्न
७१
चार प्रकार का काल
७२ क- दो प्रकार का प्रमाण काल
ख- उत्कृष्ट पौरुषी, जघन्य पौरुषी
मुहूर्त के एक सौ बावीस भाग हानि-वृद्धि से उत्कृष्ट तथा जघन्य पौरुषी
७३
७४
७५
७६
७७
७८
७६
८०
८ १
८२
सूत्रांक
१-६
७-१०
३४२
अठारह मुहूर्त के दिन में उत्कृष्ट पौरुषी बारह मुहूर्त के दिन में जघन्य पौरुषी इसी प्रकार रात्रि की पौरुषियाँ समझना अषाढ पूर्णिमा को सबसे बड़ा दिन, पोष पूर्णिमा को सबसे छोटा दिन, इसी प्रकार रात्रि
समान दिन, समान रात्रि
यथायु निवृत्ति काल
मृत्यु की व्याख्या
अद्धाकाल समय यावत् उत्सर्पिणी पल्योपम और सागरोपम का प्रयोजन
अपचय का हेतु
महाबल वर्णन
नै रयिकों की - यावत् - सवार्थसिद्ध के देवों की स्थिति पल्योपम एवं सागरोपम का अपचय
भगवती-सूची
हस्तिनागपुर, सहस्राम्रवन, बल राजा, प्रभावती रानी,
सिंहस्वप्न
राजा द्वारा स्वप्नफल कथन स्वप्नपाठकों को निमंत्रण
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