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धातुरत्नाकर प्रथम भाग
वृहु 1800 वल्ह 1801 अहु 1802
वहु 1803 1804 1805 1806 वञ्चिण् 1807 ___ कुटिए 1808 मदिण्
युणि गृणि
जुगुप्सायाम्। विज्ञाने प्रलम्भने। प्रलम्भनं मिथ्याफलाख्यानम् प्रतापने तृप्तियोगे
1809
विदिण
चेतनाख्याननिवासेषु
To censure
निन्दा करना To know
जानना To deceive
ठगना To warm
तपाना To be satisfied or तृप्त होना delighted To declare, to dwell, घोषणा करना, to exprience
कहना, अनुभव
करना To be proud
अभिमान करना To see, to behold देखना, निरूपण
करना To suffer pain, to पीड़ित होना, रोधन lament, to screech, to करना, चिल्लाना, squeat To conceive
कल्पित करना
1810 1811
मनिण बलि 1812 भलिण
स्तम्भे। स्तम्भो गर्वः आभण्डने। आभण्डनं निरूपणम
1813
दिविण
परिकुजने
1814
वृषिण
शक्तिबन्धे।
giftnaet: प्रजननसामर्थ्यम्। शक्तिसम्बन्धश्च अवक्षेपे आलोचने
1815
कुत्सिण लक्षिण
1816
To abuse, to revile निन्दा करना To discriminate योग्य-अयोग्य पर between right and विचार करना wrong To hurt, to kill हिंसा करना
1817
1818 हिंसायाम्।
हिष्कि किष्किण् निष्किण्
1819
परिमाणे
1820
तर्जिण
संतर्जने
1822 1823 1824 1825 1826 1827 1828
कूटिण् त्रुटिण् शठिण कूणिण् तूणिण भ्रूणिण् चितिण वस्ति 1829 गन्धिण्
अप्रमादे छेदने ग्लाघायाम्। सङ्कोचने पूरणे आशायाम्। संवेदने अर्दने
To weigh, to तोलना, मापना measure To threaten, to scold, डराना, तर्जना to deride
करना, To be active क्रियाशील होना To cut
काटना To praise
प्रशंसा करना To contract
संकुचित करना To fill
भरना To hope
आशा रखना To experience अनुभव करना To torment
दुःख देना
है
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